-फैसला आने के बाद आंसू में डूब गए परिजन

-अब नहीं बची है कहीं से भी राहत की उम्मीद

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DEHRADUN : दोषी सिद्ध किए जाने के बाद शनिवार को दोषी पुलिस कर्मियों के परिजन डीजीपी बीएस सिद्धू से मिले थे। जहां उन्हें विधिक राय लेने का आश्वासन दिया गया था। सोमवार को सजा का एलान होने के साथ ही सभी पुलिस कर्मियों के परिजन गहरे सदमे में डूब गए। तीन दिन पूर्व मीडिया से बात करने वाले सौरभ नौटियाल की मां का रो-रो कर बुरा हाल था। मां का साहस बढ़ाने के लिए सौरभ की छोटी बहन सुमेधा अपने ससुराल से आई हुई थी।

अब वापस घर जाना पड़ेगा

रूंधे गले से उसने कहा अब उनके पास कोई उम्मीद नहीं बची है। क्या करें कहां जाएं? कुछ समझ नहीं आ रहा। उधर, पुलिस कर्मी इंद्रभान की पत्नी आज बेसब्री से टीवी पर नजर गड़ाए हुए थी। उसके छोटे बच्चे भी आसपास ही मौजूद थे। फैसला आते ही उसकी आंखों से आंसू बरसने लगे। उसने कहा अब वापस घर जाने के अलावा कोई चारा नहीं बचा। इंद्रभान का परिवार आज भी नेहरू कॉलोनी थाने के सरकारी क्वार्टर में रहता है। महिला को दिलासा देने के लिए आस-पास के मकान में रहने वाले पुलिस कर्मियों के परिवार वाले भी वहां मौजूद रहे। उनके पास भी दिलासा देने के अलावा कोई चारा नहीं था।

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सबक है ये फैसला

-पुलिस कर्मियों के लिए सबक मानते हैं रविंद्र सिंह

-उम्रकैद पर पूरी तरह संतुष्ट नहीं है रणवीर के परिजन

DEHRADUN : तीस हजारी कोर्ट द्वारा दिए गए उम्रकैद के फैसले पर रणवीर के पिता पूरी तरह संतुष्ट नहीं है। उनका कहना है कि जिस तरह उनके बेटे को मारा गया वैसे ही पुलिस कर्मियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। रविंद्र सिंह ने कहा वे कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं और ये फैसला पूरे देश के पुलिस कर्मियों के लिए सबक बनेगा। आईंदा कोई भी फेक एनकाउंटर करने का दुस्साहस नहीं कर पाएगा। मेरा बेटा गया है इसलिए मैं फांसी होने का फैसला चाह रहा था।

नासूर की तरह चुभेगी उम्रकैद

रणवीर के पिता रविंद्र सिंह कहते हैं ये फैसला दोषी पुलिस वालों के साथ ही उनके परिजन के लिए भी नासूर बनेगा। खुद तो जेल में रहेंगे साथ ही उन्हें अपने परिवार की चिंता भी खाए जाएगी। तब शायद सभी को एहसास होगा कि, एक मां-बाप से उनका बेटा छिनने का दर्द कितना बड़ा होता है। देश के सभी पुलिस कर्मियों के साथ ही उनके आने वाली पीढि़यों के लिए भी रणवीर एनकाउंटर एक सबक बनेगा। अगर सीबीआई अधिक सजा के लिए हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट का रूख करती है तो वे भी उच्च अदालत में मौजूद रहेंगे।

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इनके फैसले पर भी होगी नजर

रणवीर एनकाउंटर में तो कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया। अब प्रदेश पुलिस के साथ ही इस चर्चित केस में सजा पाने वाले पुलिस कर्मियों व उनके परिजन की निगाह एक और केस पर है। ये केस रणवीर के साथी रामकुमार, शेखर त्यागी, अशोक कुमार प्रधान और अमित भटनागर का है। जिसमें आरोप है कि सभी ने सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने के साथ षड्यंत्र और लूट को अंजाम दिया। इस केस में भी सीबीआई ही जांच कर रही थी। सीबीआई मामले में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। पुलिस द्वारा दर्ज कराए गए इस केस में एक आरोपी रामकुमार, रणवीर का चचेरा भाई है।