-11 जिलों में 2015 में ही शुरू हो गई थी कृषि विषय की पढ़ाई

PATNA : प्रदेश के ख्7 जिलों में स्कूलों में कृषि विज्ञान पढ़ाया जाएगा। इसके लिए सरकार ने प्लस टू स्कूलों का चयन कर लिया है। यह पढ़ाई इंटर में कराई जाएगी। चयनित स्कूलों में अगले शैक्षणिक सत्र से कृषि की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। गौरतलब है कि इन स्कूलों से पहले क्क् जिलों में पहले से ही कृषि विज्ञान की पढ़ाई कराई जा रही है। राज्य सरकार ने कृषि रोड मैप ख्0क्7-ख्ख् को ध्यान में रखते हुए राज्य के बच्चों में कृषि के प्रति आकर्षण पैदा करने के लिए प्रत्येक जिले के एक-एक स्कूल में कृषि विज्ञान की पढ़ाई कराने का फैसला किया था। आइएससी (कृषि) की पढ़ाई ख्0क्भ् में क्क् जिलों के एक-एक स्कूल में शुरू कराई गई। गया, पटना, वैशाली, प। चंपारण, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सुपौल, पूर्णिया, कटिहार, जमुई और मुंगेर जिले के एक-एक स्कूल में यह पढ़ाई चल रही है।

इन जिलों में स्कूलों का चयन

माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि वे अगले शैक्षणिक सत्र से आइएससी (कृषि) की पढ़ाई प्रारंभ करें। अभी जिन जिलों के एक-एक स्कूल का चयन किया गया है उनमें अररिया, अरवल, औरंगाबाद, बांका, बेगूसराय, भागलपुर, भोजपुर, बक्सर, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, जहानाबाद, कैमूर, खगडि़या, किशनगंज, लखीसराय, मधेपुरा, मधुबनी, नालंदा, नवादा, रोहतास, सहरसा, समस्तीपुर, सारण, शेखपुरा, शिवहर, सीतामढ़ी और सिवान जिला शामिल है।