- आलू, प्याज के बाद अब टमाटर के दाम ने भी पकड़ा रफ्तार

- एक सप्ताह के अंदर टमाटर के दाम हुए दोगुने

BAREILLY: मौसम की मार से टमाटर का रंग और लाल हो गया है। आलू और प्याज के बाद अब टमाटर ने भाव चढ़ गए हैं। होलसेल और रिटेल मार्केट में टमाटर के भाव में जमीं आसमान का अंतर है। पिछले एक वीक की बात करें तो टमाटर के दाम दो गुने हो गए हैं। एक्सपर्ट की मानें तो आने वाले दिनों में टमाटर के प्राइस में और बढ़ोतरी होगी। टमाटर, आलू और प्याज के बढ़ते दाम से एडमिनिस्ट्रेशन भी सकते में है। खाद्य सामाग्रियों के जमाखोरी का शक होने से एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा टीमें बनायी गई है, जो जमाखोरी करने वालों पर नजर रखेंगी।

टमाटर हुआ और लाल

एक वीक पहले जो टमाटर ख्भ् रुपए में बिक रहा था, वही अब ब्0 रुपए में बिक रहा है। श्यामगंज, कुतुबखाना, सिटी सब्जी मंडी, नरियावल मंडी, नगर निगम मंडी सहित सिटी के विभिन्न मंडियों में टमाटर के प्राइस लगभग एक जैसे ही हैं। इन सभी जगहों पर ब्0 से भ्0 रुपए प्रति केजी टमाटर फुटकर में बेचे जा रहे है। एक्सपर्ट की मानें तो, जुलाई लास्ट तक टमाटर के दाम 80 रुपए तक पहुंच सकता है।

बड़ी नहीं छोटी गाडि़यां

डेलापीर स्थित होलसेल मंडी में कुछ दिन पहले ब् बड़ी गाड़ी टमाटर इंपोर्ट की जाती रहीं थी। बरेली सिटी में 80 टन टमाटर की डेली खपत होती थी, लेकिन टमाटर के चढ़ते भाव ने इसकी खपत आधी कर दी है। डेलापीर मंडी में बड़ी गाडि़यों के बजाय छोटी गाडि़यों से टमाटर इंपोर्ट किया जा रहा है, क्योंकि होल सेलर्स को किसानों और आढ़तियों से डिमांड के मुकाबले टमाटर नहीं मिल पा रहा है। होलसेलर्स को छोटी गाडि़यों से ही टमाटर मंगाना पड़ रहा है।

नहीं आ रहे लोकल टमाटर

जगह-जगह हो रही बारिश के चलते मैदानी क्षेत्रों में टमाटर की फसल प्रभावित हुई है, उत्पादन पर असर पड़ा है। होल सेलर्स का कहना है कि, मंडी में इस टाइम लोकल टमाटर बिल्कुल भी नहीं आ रहे हैं। कर्नाटक से टमाटर इंपोर्ट किए जा रहे हैं। थोड़ा बहुत पहाड़ी क्षेत्र जैसे रानीखेत, लोहाघाट और पिथौरागढ़ से टमाटर आ रहे हैं।

सकते में एडिमनिस्ट्रेशन

खाद्य सामाग्रियों के बढ़ते दाम से एडमिनिस्ट्रेशन भी सकते में आ गया है। डीएम संजय कुमार के निर्देश के बाद जमाखोरों पर नजर रखने लिए टीमें बनाई गई हैं। एडीएम ई अरुण कुमार ने बताया कि सिटी के लिए भ् टीमें बनाई गई हैं। हर तहसील में दो-दो टीमें जांच के लिए मौजूद रहेगी। मंडे से फूड इंस्पेक्टर के साथ मिलकर जगह-जगह छापेमारी की जाएगी।

लोकल टमाटर मार्केट में नहीं आ रहा है, जिसकी वजह से टमाटर के दाम में बढ़ोतरी हो रही है। टमाटर के दाम और बढ़ने के उम्मीद है।

महमूद अली, होलसेलर

दाम बढ़ने से टमाटर की खपत कम हुई है। जो लोग एक केजी टमाटर लेते थे अब वे ख्भ्0 ग्राम ही टमाटर ले रहे हैं।

सुनील, रिटेलर

आलू और प्याज के दाम ने परेशान तो किया ही था, अब टमाटर के बढ़ते दाम ने घर का बजट ही बिगाड़ दिया है।

अर्पित, इसाईयों की पुलिया

मोदी के आने के बाद लगा था कि घरेलू चीजों के दाम कम हो जाएंगे, लेकिन जिस हिसाब से टमाटर और बाकी सामानों के दाम बढ़ रहे हैं उससे घर चलाना मुश्किल होता जा रहा है।

रीतू, रामपुर गार्डेन