- परिवहन निगम में स्मार्ट कार्ड घोटाले के बाद उठाया गया कदम

LUCKNOW: परिवहन निगम में स्मार्ट कार्ड घोटाला पकड़े जाने के बाद विभाग ने इसकी खामियां दूर करने की कवायद शुरू कर दी है। अब स्मार्ट कार्ड से टॉपअप कराते ही यात्रियों को स्मार्ट कार्ड की बैलेंस की डिटेल उनके मोबाइल पर मिल जाए। ऐसे में घोटाले के चांस कम रहेंगे। अब तक एसएमएस की सुविधा नहीं थी।

हो चुका है घोटाला

बताते चले कि परिवहन निगम के अधिकारियों की लापरवाही के चलते एक कर्मचारी ने निगम को लाखों की चपत लगा दी। मेरठ में तैनात कर्मचारी ने कार्ड टॉपअप में यह खेल किया है। यात्रियों के टॉपअप कराने पर इस कर्मचारी ने जो रकम मिली, उससे आधी रकम ही टॉपअप की बाकी अपनी जेब में डाल ली।

परिवहन निगम के अधिकारियों ने बताया कि अब तक यात्री जितनी धनराशि की रकम का टॉपअप कराता है, उसकी इलेक्ट्रानिक प्रिंट मिलता है जो इस बात का प्रमाण होता है कि यात्री द्वारा टॉपअप कराई गई रकम का प्रमाण होता है। वहीं दूसरी ओर जब यात्रा के दौरान टिकट मिलता है तो उसमें भी कार्ड में बची वैल्यू के बारे में पता चल जाता है। लेकिन टिकट और रसीद खाने के बाद वह भूल जाता है कि कार्ड में कितना एमाउंट है। ऐसे में अब एसएमएस की सुविधा भी शुरू किए जाने की तैयारी की जा रही है। टॉपअप कराते ही यात्री के कार्ड में उपलब्ध बैलेंस की जानकारी मोबाइल पर आ जाएगी। सफर के दौरान जब कार्ड परिचालक स्वैप करेगा तब भी जो रकम कटेगी और जो बैलेंस रहेगा, उसकी जानकारी भी मिलेगी।

गड़बडि़यों के बचने के लिए अब एसएमएस सर्विस शुरू की जायेगी। इसका खर्च 17 पैसे आएगा। जिससे अब आसानी से स्मार्ट कार्ड धारक जान सकेंगे कि उनके स्मार्ट कार्ड में कितने रुपए है।

- विनीत सेठ

आरएम, आईटीएमएस