ट्रांसपोर्टर्स के साथ मीटिंग के बाद एडीएम सिटी व एसपी ट्रैफिक ने लिया फैसला

8 अगस्त तक सिटी से ट्रक बाहर कर लें नहीं तो जबरन खदेड़ दिए जाएंगे

BAREILLY: बड़ा बाइपास शुरू होते ही प्रशासन वर्षो से ठप पड़े ट्रांसपोर्ट नगर को बसाने में लग गया है। थर्सडे को इस संबंध में एडीएम सिटी व एसपी ट्रैफिक ने ट्रांसपोर्टर्स के साथ मीटिंग की। प्रशासन ने ट्रांसपोर्टर्स से साफ-साफ कह दिया कि 8 अगस्त के बाद सिटी की सड़कों पर ट्रक नजर नहीं आने चाहिए। इस पर ट्रांसपोर्टर्स ने अपनी प्रॉब्लम रखते हुए टीपीनगर बसाने का पूरा भरोसा दिया।

बैरियर के आगे नो इंट्री

मीटिंग में पुलिस-प्रशासन ने साफ लफ्जों में कह दिया कि 8 अगस्त के बाद टीपीनगर के बाद हाइवे पर बैरियर लगाकर नो इंट्री कर दी जाएगी। अब यह रोड लोकल रोड में आएगी। टीपीनगर के आगे कोई भी हैवी व्हीकल किसी भी हाल में इंट्री नहीं कर सकेगा। इसके अलावा दिल्ली रोड पर भी नो इंट्री के बैरियर लगा दिए जाएंगे। चाहे ट्रक दिल्ली से आए या फिर शाहजहांपुर या कहीं और से उसे टीपीनगर में बड़ा बाइपास से ही जाना होगा। सिटी में अनावश्यक खड़े होने वाली गाडि़यां हटा दी जाएंगी। इसके अलावा सभी ट्रांसपोर्टर अपने ऑफिस टीपीनगर में बना लें। अगर वो टीपीनगर चले जाएंगे तो अपने आप टीपीनगर बस जाएगा।

ट्रांसपोर्टर्स ने रखीं अपनी प्रॉब्लम

एसपी ट्रैफिक बताया कि 8 अगस्त तक ट्रक नहीं हटाए गए तो जबरन उन्हें खदेड़ दिया जाएगा। इस पर ट्रांसपोर्टर्स ने भी ट्रक हटाने की बात कही लेकिन कुछ लोगों ने अपनी प्रॉब्लम सामने रख दीं। इसमें रेलवे माल गोदाम से माल उठाने, सीबीगंज में फैक्ट्रियों से लोडिंग व अनलोडिंग में दिक्कत आएगी। ट्रांसपोर्टर्स ने कहा कि लोकल भ्00 ट्रक हैं, उन्हें सिटी में आने की परमीशन दी जाए। मीटिंग में बदायूं जाने वाले वाहनों की भी प्रॉब्लम रखी गई, जिसपर प्रशासन ने बाद में डिसीजन लेने की बात कही।

यहां खड़े होते हैं ट्रक

अभी शहर में सबसे ज्यादा ट्रक सड़क किनारे श्यामगंज से सैटेलाइट के बीच खड़े रहते हैं। इसके अलावा स्वोलनगर किला, डेलापीर, कोहाड़ापीर, गंगापुर में भी ट्रक खड़े रहते हैं। इन ट्रकों से रोजाना जाम लगता है। पिछले कई सालों से ट्रांसपोर्टर्स बड़ा बाइपास न बनने का भी बहाना बना रहे थे। मीटिंग में ट्रांसपोर्टर्स ने छोटा हाथी को भी हटाने की बात कही, इस पर एसपी ट्रैफिक ने कहा कि अभी सिर्फ ट्रकों को हटाना है।

लंबे समय से चल रहे प्रयास

ट्रांसपोर्टर नगर बसाने की शुरुआत वर्ष क्99म् में बीडीए ने की थी। वर्ष ख्00ब् में इसका शिलान्यास किया गया था। टीपीनगर को बीडीए ने ख्ब्.8 हेक्टेयर में बसाया है। इसमें क्08म् भूखंड हैं, जिसमें से क्0क्क् पर कब्जा हो रखा है। प्रशासन की ओर से कई बार इसे बसाने का भी प्रयास किया गया, लेकिन ट्रांसपोर्टर लोकल प्रॉब्लम बताकर प्रशासन पर दवाब बनाते रहे, जिसके चलते यह नहीं बस पाया।