-सीएम ने कहा, बिहार में स्वीकृत दो थर्मल पावर प्लांट की जगह स्थापित होंगे सोलर पावर प्लांट

BANKA/PATNA: सरकार की योजना राज्य में पांच एकड़ जमीन पर तालाब तैयार कर उसमें मछली पालन और उसके ऊपर सोलर प्लांट लगाकर बिजली उत्पादन करने की है। यह बात सीएम नीतीश कुमार ने कही। उन्होंने कहा कि इस प्लांट से एक मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। जिससे बिजली उत्पादन की दिशा में हर गांव आत्म निर्भर बनेगा। यह अक्षय ऊर्जा है, जो कभी समाप्त नहीं होगी। वे शुक्रवार को बांका जिला मुख्यालय से करीब 11 किलोमीटर दूर 25 मेगावाट क्षमता वाले सोनारी सोलर पावर प्लांट का जायजा लेने पहुंचे थे। सीएम ने कहा कि कोयला भंडार समाप्त होने के बाद बिजली का संकट उत्पन्न हो सकता है। इस कारण वर्ष 2015 में सोलर ऊर्जा से बिजली उत्पादन का निर्णय लिया जिसे 2016 से लागू किया गया है। यह ईको फ्रेंडली भी है। इससे प्रदूषण का कोई खतरा नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य में दो स्थानों पर उन्होंने थर्मल पावर प्लांट लगाने की स्वीकृति दी थी। लेकिन अब वहां उनके स्थान पर सोलर पावर प्लांट स्थापित किए जाएंगे।

तो बदल जाएगा बिहार

सीएम ने कहा कि अगर यह मॉडल सफल रहा तो बांका ज्ञान का केन्द्र बनेगा। उन्होंने हिन्दी के साथ ही अन्य महत्वपूर्ण विषयों को भी मॉडल स्मार्ट क्लास में शामिल करने का निर्देश दिया। सीएम ने महात्मा गांधी के सात विचारों को सभी सरकारी स्कूलों में प्रभावी बनाने की बात कहीं। उन्होंने कहा कि अगर युवा पीढ़ी दस प्रतिशत भी गांधी के विचारों को आत्मसात करेंगे तो बिहार बदल जाएगा। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ लोग टकराव की राजनीति करते हैं, लेकिन वे बिहार के विकास की बात करते हैं। शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामनारायण मंडल, मुख्यमंत्री के सलाहकार अंजनी कुमार सिंह, शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन, सर्वशिक्षा अभियान के संजय कुमार, बिजली विभाग के सचिव प्रत्यय अमृत, भागलपुर के प्रमंडलीय आयुक्त राजेश कुमार, आइजी सुशील मान सिंह खोपड़े, बांका के डीएम कुन्दन कुमार, एसपी चंदन कुमार कुशवाहा सहित अन्य मौजूद थे।

सभी जिले में लागू होगा बांका मॉडल

सीएम ने ककवारा स्थित टीआरपीएस स्कूल में स्मार्ट क्लास से संबंधित बांका मॉडल तकनीक की करीब डेढ़ घंटे तक जानकारी ली। उन्होंने बांका मॉडल की सराहना करते हुए तत्काल इसे सभी जिलों में लागू करने का टास्क दिया। नए साल से बांका जिले के सभी स्कूलों में सभी विषयों की पढ़ाई बिहार टेक्स्ट बुक के साथ ही स्मार्ट क्लास से होगी। इसके लिए शिक्षा विभाग को प्रारुप तैयार करने का निर्देश दिया गया है।