-प्रिंसिपल के साथ हुई मीटिंग में लिया गया फैसला

- सिकाई पर खर्च करने होंगे पर सिटिंग 35 रुपये

GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज में पिछले चार दिनों से कैंसर विभाग में मरीजों की कोबाल्ट से सिकाई की सुविधा मिलनी शुरू हो गई हैं। लेकिन यूजर चार्ज निर्धारित न होने की वजह से सिर्फ बीपीएल कार्ड व अन्य गरीब मरीजों को ही यह सुविधा मिल रही थी। मगर शनिवार को प्रिंसिपल प्रो। राजीव मिश्रा के साथ विभागाध्यक्षों के साथ हुई मीटिंग में सिकाई का रेट तय कर दिया गया। अब कैंसर रोगी को पर सिकाई के हिसाब से 35 रुपये देने होंगे। अगर 15 से 20 सिकाई की जाती है तो उन्हें एक हजार रुपये देने होंगे।

सिकाई का काम शुरू

पूर्वांचल में कैंसर रोगियों की संख्या देखते हुए दौरे पर आए मुख्यमंत्री ने मेडिकल कॉलेज के कैंसर विभाग में कोबाल्ट मशीन लगाने का निर्णय लिया था। इसके लिए साढ़े चार करोड़ रुपये ब्रेकीथिरेपी व टेलीथिरेपी मशीन लगाने के लिए दिए गए थे। धन अवमुक्त होते ही विभाग में कार्य शुरू कर दिया लेकिन मुम्बई के भाभा एटामी से लाइसेंस न मिलने की वजह से सिकाई का काम रूका रहा। हालांकि चार दिन पहले हरी झंडी मिलने के बाद सिकाई का कार्य शुरू कर दिया गया। हालांकि इस दौरान सिकाई को यूजर चार्ज निर्धारित न होने की वजह से समस्या सामने आ गई थी। लेकिन प्रिंसिपल की मीटिंग में भी यूजर चार्ज तय कर लिया गया। कैंसर रोगियों की सिकाई के लिए अब कम खर्च एक हजार रुपये में सिकाई की सुविधा मिलेगी।

अब बाहर अधिक खर्च नहीं करने होंगे होगे पैसे

तम्बाकू, पान मसाला, मदिरा के सेवन की वजह स मुंह व गले का कैंसर सर्वाधिक है। वहीं मुख्यत: कैंसर रोग मुंह, गले के भाग तथा स्त्रियों के स्तन और गर्भाशय में अन्य भागों के कैंसर की अपेक्षा अधिक देखा जाता है। लेकिन मेडिकल कॉलेज में काफी समय से सिकाई की व्यवस्था नहीं थी। इसी कारण कैंसर रोगियों को बाहर सिकाई के लिए 20 से 25 हजार रुपये खर्च करने पड़ते थे। अब उन्हें सिकाई के लिए इतना अधिक पैसा नहीं खर्च कराना होगा। मेडिकल कॉलेज के कैंसर विभाग में तात्र एक हजार रुपये में कैंसर रोगियों की सिकाई का यूजर चार्ज निर्धारित कर दिया गया है।

वर्जन

विभागाध्यक्षों की मीटिंग में यूजर चार्ज एक हजार रुपये निर्धारित किया गया है। पर सिटिंग के हिसाब से रोगियों से पैसे लिए जाएंगे।

डॉ। राजीव मिश्रा, प्रिंसिपल मेडिकल कॉलेज