- रेलवे बोर्ड ने दी अपनी मंजूरी, योजना की जल्द होगी शुरुआत, टिकट सेवा केंद्रों में किए जाएंगे कई बदलाव

-इन केन्द्रों पर कैशलेस पेमेंट भी कर सकेंगे, कई अन्य सेवाएं और सुविधाएं भी मिलेंगी इन सेवा केंद्रों से

KANPUR। ट्रेन में सफर करने वाले लाखों यात्रियों के लिए राहत देने वाली खबर है। जल्द ही रेल यात्री प्राइवेट यात्री टिकट सेवा केंद्रों से भी रिजर्वेशन टिकट ले सकेंगे। अभी तक इन केंद्रों पर सिर्फ जनरल टिकट ही मिलते हैं। वाईटीएसके के प्रतिनिधियों ने बोर्ड से कई सुविधाओं में इजाफा करने की डिमांड की थी। जिसमें रेलवे बोर्ड ने यह मंजूरी दे दी है। इसके चलते यह सुविधा जल्द ही यात्रियों को यात्री टिकट सेवा केंद्रों में उपलब्ध हो सकेगी।

यात्रा डेट भी करा सकते सही

इलाहाबाद मंडल पीआरओ अमित मालवीय ने बताया कि वर्तमान में यात्री सेवा केंद्रों में अनारक्षित ट्रेन टिकट 'यूटीएस' सिस्टम लगा है। अब रेलवे उन्हे अपने खर्च पर पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम 'पीआरएस' सिस्टम लगाने के लिए अधिकृत करने की योजना बना रहा है। यहां रिजर्वेशन कराने के साथ यात्री पहले से कराए गए अपने रिजर्वेशन टिकट की यात्रा की डेट बढ़वाने व घटवाने की सुविधा भी ले सकेगा। इन केन्द्रों पर टिकट का पैसा क्रेडिट व डेबिट कार्ड से भी पे किया जा सकेगा। सोर्सेज की मानें तो रेलवे ने कुछ यात्री टिकट सेवा केंद्रों को पीआरएस सिस्टम लगाने के लिए अधिकृत भी कर दिया है।

नहीं बनेगा सर्कुलर टिकट

यात्री टिकट सेवा केंद्रों के प्रतिनिधियों ने अपनी डिमांड में सर्कुलर टिकट भी बनाने की अनुमति देने का आग्रह किया था। जो कि रेलवे ने खारिज कर दी है। रेलवे ने यात्री टिकट सेवा केंद्रों के प्रतिनिधियों को सर्कुलर टिकट बनाने का अधिकार नहीं दिया है।

शहर में म्फ् टिकट सेवा केंद्र

पीआरओ ने बताया कि कानपुर में अधिकृत यात्री टिकट सेवा केंद्र प्रतिनिधि म्फ् है। जहां अभी तक सिर्फ यात्रियों को अनारक्षित टिकट ही यात्रियों को उपलब्ध होते है। यह योजना लागू होने के बाद यात्री इन केंद्रों से रिजर्वेशन टिकट भी उपलब्ध कर सकता है।

(इसका चार्ट बनाएं)

- शहर में वाईटीएसके बूथ - म्फ्

- प्रतिदिन बिकती टिकट - क्0 हजार

- शहर में रिजर्वेशन काउंटर- 7

- ऑनलाइन रिजर्वेशन - म्0 हजार

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यात्रियों की सुविधा को देखते हुए बोर्ड यात्री टिकट सेवा केंद्रों को रिजर्वेशन टिकटों को बुक करने के लिए अधिकृत करने की योजना बना रहा है.''

अमित मालवीय,

पीआरओ इलाहाबाद मंडल