ई डिस्ट्रिक्ट पर सॉल्वेंसी सर्टिफिकेट ऑनलाइन दिए जाने की व्यवस्था

13-20 रोजाना ऑनलाइन आवेदन आ रहे हैं मेरठ में

1 सप्ताह में ऑनलाइन ही हैसियत प्रमाणपत्र जारी होगा

100 रुपए फीस निर्धारित की गई हैसियत प्रमाणपत्र में आवेदन करने के लिए

120 रुपए फीस ली जाएगी जनसेवा केंद्र से आवेदन पर

Meerut। यदि आपको हैसियत प्रमाण पत्र बनवाना है तो अब कहीं लाइन में नहीं खड़ा होना होगा और न ही कलक्ट्रेट और तहसील के चक्कर काटने होंगे। उप्र सरकार की ऑनलाइन सेवा पोर्टल ई-डिस्ट्रिक्ट पर हैसियत प्रमाणपत्र को ऑनलाइन दिए जाने की व्यवस्था शुरू कर दी गई है। घर बैठे लैपटॉप या मोबाइल से सॉल्वेंसी सर्टिफिकेट के लिए आवेदन कर सकते हैं। विभिन्न प्रक्रिया को पूर्ण कर 1 सप्ताह में ऑनलाइन ही हैसियत प्रमाणपत्र जारी कर दिया जाएगा, जिसे प्रिंट करके आसानी से प्रयोग में ला सकते हैं।

यहां हो सकेगा प्रयोग

हैसियत प्रमाणपत्र एक ऐसा दस्तावेज है जिससे किसी व्यक्ति की आर्थिक मजबूती की जानकारी होती है। विभिन्न सरकारी टेंडर्स में हैसियत प्रमाणपत्र की आवश्यकता होती है तो वहीं अब शराब के ठेके के लिए भी सॉल्वेंसी सर्टिफिकेट को कम्प्लसरी कर दिया गया है। हैसियत प्रमाणपत्र की प्रक्रिया ऑनलाइन होने से ठगी के मामलों में भी कमी आई है। हैसियत प्रमाणपत्र व्यक्तिगत और संस्थागत दोनों तरह से जारी किए जाते हैं।

इन दस्तावेजों की होगी आवश्यकता

आवेदनकर्ता का फोटो

पैनकार्ड

पते का प्रमाणपत्र-जैसे आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, पासपोर्ट आदि

आधार कार्ड

संपत्ति से संबंधित दस्तावेज

कृषि भूमि की स्थिति में प्रमाणित खतौनी

संपत्ति के स्वामित्व का कोई साक्ष्य

दर्शायी गई संपत्ति/भवन, भूमि की फोटोग्राफ

चल संपत्ति

वाहन की स्थिति में सक्षम प्राधिकारी का मूल्यांकन प्रमाणपत्र

बैंक में रखी गई संपत्ति के लिए बैंक प्राधिकारी से मूल्यांकन प्रमाणपत्र

बैंक अथवा वित्तीय संस्था में कोई धनराशि हो तो इसके लिए बैंक का नाम

रोजाना आ रहे आवेदन

जनपद में विभिन्न तहसीलक्षेत्रों से रोजाना 15-20 आवेदन हैसियत प्रमाणपत्र के लिए आ रहे हैं। विभिन्न औपचारिकताओं की पूर्ति होने पर तहसील प्रशासन की टीम दस्तावेजों की परीक्षण करती है और एक सप्ताह में ऑनलाइन प्रमाणपत्र उपलब्ध करा दिया जाता है।

ऑनलाइन हैसियत प्रमाणपत्र के लिए ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल पर घर बैठे आवेदन कर सकता है। आवश्यक दस्तावेजों को स्कैन कराकर आवेदन के साथ अपलोड कर दिया जाता है। हैसियत प्रमाणपत्र प्रक्रिया के ऑनलाइन होने से लोगों के समय और पैसे की बचत हो रही है।

रामचंद्र, एमडीए प्रशासन