सोचिए कि आप ट्रेन में सफर कर रहे हों, और आपके लैपटॉप या नोटबुक कंप्यूटर का टचपैड अचानक काम करना बन्द कर दे, तो ऐसे में आप क्या करोगे !!! सोचो सोचो, अब अगर आपको यह शक्ित मिल जाए कि आप अपनी आंखों से ही देख्ाकर कंप्यूटर नेवीगेशन को कन्ट्रोल कर सकें तो क्या मज़ेदार बात होगी।
तो चलिए ये शक्ित आपको दे ही देते हैं। आने वाले कुछ समय में लैपटॉप, नोटबुक कंप्यूटर आपकी आंखों के इशारों पर चलने लगेंगे, यानि कि यह टेक्नोलॉजी जल्दी ही हमारे सामने आ जाएगी, जब आप अपने लैपटॉप माउस या टचपैड की जगह पर अपनी आंखों की मूवमेंट से ही कंप्यूटर नेवीगेशन को कन्ट्रोल कर सकेंगे। हांथों से कंप्यूटर चलाने में असमर्थ लोंगों के लिए यह टेक्नोलॉजी विशेष रूप से फायदेमंद रहेगी।
Tobii Technology
इस लैपटॉप में प्रयोग हुआ यह आई सेंसर आंखों की स्िथरता और आंखों की कार्निया पर पड़ने वाले प्रकाश के रिफ्लेक्शन को काफी सटीक रूप में नापकर सिस्टम पर उसी गति से प्रतिक्रिया करता है। आसान शब्दों में समझें तो यह टेक्नोलॉजी उसी तरह काम करती है, जैसे कि हम आप किसी के सामने खड़े होने पर उसकी आंखों की मूवमेंट से यह जान जाते हैं कि वह व्यक्ित किस ओर देख रहा है।
इस टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से पहले ही तमाम लोग यह मानने लगे हैं, कि आई ट्रैकिंग टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से दिनभर कंप्यूटर पर काम करने वालों के लिए और सिरदर्द बढ़ जाएगा, क्योंकि उनकी आंखों को दिनभर ज्यादा कसरत करनी पड़ेगी। लेकिन Tobii technology के टेक्नीकल हेड की मानें तो Eye Tracking टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से आंखों को कोई ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं होगी, बल्कि यह टेक्नोलॉजी बिना किसी तकनीकि जटिलता के आसानी से काम करेगी।
Freedom of head Movement :
लैपटॉप में पहली बार इस्तेमाल हुई यह आई ट्रैकिंग टेक्नोलॉजी तकनीकि रूप से है तो काफी मुश्िकल,साथ ही इसकी कुछ सीमाएं भी हैं, लेकिन इसे इस्तेमाल करने वाले सामान्य कंप्यूटर यूज़र्स और हांथों से काम करने में असमर्थ लोगों के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण साबित होगी।