आदमी एक और passwords कई सारे

आपको पैसे की सख्त जरूरत हो और आप बैैंक के एटीएम में पासवर्ड भूल जाएं, तो आपकी स्थिति क्या होगी इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। आज जमाना डिजिटल का है और हर शख्स के पास कई पासवड्र्स हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने पासवर्ड और आईडी को मेमोराइज्ड कर लें या इसके भूलने की स्थिति में इसे दोबारा हासिल करने के टेक्निकल असपेक्ट को जानें, वर्ना आपके फाइनांशियल और सोशल लाइफ को खतरा हो सकता है।

संभल कर करें क्रेडिट और डेबिट कार्ड इस्तेमाल
आज के समय में क्रेडिट और डेबिट कार्ड का इस्तेमाल कॉमन हो गया है। आराम पसंद लोग अब घर बैठे ही टेली शॉपिंग और नेट शॉपिंग कर रहे हैं। आईटी एक्सपर्ट सुधीर कुमार कहते हैं कि क्रेडिट कार्ड से शॉपिंग करने में आप से पासवर्ड मांगा जाता है। कार्ड स्वैप कर ही शॉपिंग हो जाती है ऐसे में एजेंसीज को चाहिए कि डेबिट कार्ड के इस्तेमाल में भी पासवर्ड मेंडेटरी करें।

कॉमन पासवर्ड कभी न रखें
आईटी एक्सपट्र्स के मुताबिक कॉमन पासवर्ड नहीं रखना चाहिए। जैसे अपना नाम, सिटी का नाम, स्पॉउस का नाम, व्हीकल नंबर, मोबाइल नंबर और ऐसा नाम या नंबर कोई आसानी से गेस किया जा सके। डिक्शनरी वर्ड और डिजिटल सीरिज नंबर का पासवर्ड भी नहीं रखनी चाहिए। इसे हैकर आसानी से हैक कर सकते हैं।

मिक्स पासवर्ड है ज्यादा सेफ
पासवर्ड रखते समय अगर आप मिक्स पासवर्ड यानी स्मॉल और कैपिटल लेटर के अलावा
कुछ कैरेक्टर जैसे हैस, स्टार, स्पेस, प्वाइंट को मिक्स कर अपना पासवर्ड रखते हैं, तो बड़े
से बड़े हैकर भी आपके साइट और एकाउंट को हैक नहीं कर सकते हैैं। इसके अलावा इंग्लिश वर्ड का हिंदी वर्जन को पासवर्ड के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैैं। जैसे एप्पेल और ग्रेप्स की जगह सेव और अंगूर ज्यादा
सेफ पासवर्ड होगा।

इंडिया में अब भी फोर डिजिट पासवर्ड
इंडिया में अब भी फोर डिजिट पासवर्ड ही यूज किया जा रहा है, जबकि चाइना, हांगकांग और अन्य कंट्रीज में सिक्स डिजीट पासवर्ड यूज किया जा रहा है। एटीएम, मोबाइल बैैंकिंग और नेट बैैंकिंग में नेशनललाइज बैैंक हो या प्राइवेट बैैंक सभी फोर डिजीट पासवर्ड का ऑप्शन देते हैं, जबकि दूसरे कंट्रीज में सिक्स डिजीट पासवर्ड का अॅाप्शन दिया जा रहा है जो ज्यादा सेफ है। इसके अलावा इन कंट्रीज में एक्सट्रा डिवाइस भी प्रोवाइड किए जाते हैं। जब तक दोनों डिवाइस इंसर्ट नहीं किए जाएंगे, तब तक आप फैसिलिटी अवेल नहीं कर पाएंगे। आईटी एक्सपट्र्स के मुताबिक यह सेंट परसेंट सेफ है।

इंडियन बैकिंग सिस्टम में वन टाइम पासवर्ड है, जिसमें बदलाव करने की जरूरत है। पासवर्ड हमेशा मिक्स फॉरमेट में रखें। इससे अकाउंट हैक नहीं होगा।
-सुधीर कुमार
आईटी एक्सपर्ट

पासवर्ड भूलने पर क्या करें?
अगर आप पासवर्ड भूल जाते हैं, तो ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है। मॉर्डन टेक्नेलॉजी में आपके पास आप्शन है। स्पेशली सोशल साइट एकाउंट ओपन करने से पहले आपसे ऑप्शनल इन्फॉर्मेशन मांगा जाता है। फॉवर्ड पासवर्ड के ऑप्शन पर क्लिक कर सारे इंफॉर्मेशन देने पर पासवर्ड की प्रॉŽलम दूर हो जाती है। जहां तक बैंक और एटीएम के पासवर्ड खोने की बात है, तो इसके लिए आपको मैनुअली बैंक जा कर ही दूसरा पासवर्ड मिल सकता है।

यहां पड़ती है पासवर्ड की जरूरत
बैैंक एटीएम, मोबाइल बैकिंग, नेट बैकिंग, फेसबुक, विंडो लॉग इन, ट्वीटर एकाउंट, Žलॉग एकाउंट, वेब पोर्टल, सोशल मीडिया जैसे जी मेल और रिडीफ मेल, इसके अलावा आपको आईडी भी मेमोराइज करनी होती है।

इन बातों का रखें ख्याल
पासवर्ड हमेशा मिक्स वर्ड और डिजिट में रखें।
पासवर्ड कभी भी लिख कर नहीं रखें।
कॉमन वर्ड और फैमिलियर वर्ड का इस्तेमाल पासवर्ड में न करें।
अपना पर्सनल डेटा किसी से शेयर न करें।
मोबाइल नंबर और व्हीकल नंबर का पासवर्ड न रखें।
इंग्लिश वर्ड का हिंदी या मदर टांग के वर्जन को पासवर्ड में यूज करें।
कम से कम आठ डिजिट का पासवर्ड रखें।

 

Report by : vedprakash.gupta@inext.co.in