खत्म हुआ परिवार

अमेरिकी सिटीजन इकबाल इस्माइल हबीब मूल रूप से मुंबई के रहने वाले थे। शादी के बाद वह अपनी वाइफ जीनत के साथ अमेरिका के शिकागो सिटी में बस गए थे। इकबाल वहां अपना रेस्टोरेंट का बिजनेस रन कर रहे थे साथ ही उनकी वाइफ जीनत एक बंंक में ऑफिसर थीं। यह अपने दो बच्चों, बेटा असाज हबीब (छह साल) और बिटिया फरीजा हबीब (नौ साल) के साथ अपनी लाइफ को एंज्वॉय कर रहे थे। थे। इस साल न्यू ईयर को सेलीब्रेट करने के लिए पूरा परिवार इंडिया आया था। थर्सडे को हबीब ने अपने ट्रांसपोर्टर दोस्त की हुंडई वरना कार नंबर डीएल 8 सी एन 8069 से ताजमहल और फतेहपुर सीकरी घूमकर होटल मुगल शेरेटन में नाइट स्टे किया था। इसके बाद फ्राइडे मार्निंग को एनआरआई परिवार कार से फतेहपुर सीकरी घूमने के लिए रवाना हुआ। करीब 11 बजे फतेहपुर सीकरी घूमने के बाद इस्माइल हबीब कार से आगरा लौट रहे थे कि तभी किरावली के पास अचानक कार के आगे नील गाय आ गई। नील गाय से कार टकराई और सीधे नहर में जा गिरी। कार के नहर में गिरते ही पूरा एनआरआई परिवार पल भर में कार सहित पानी में समा गया।

बच गया ड्राइवर

मगर, इस दर्दनाक हादसे में कार का ड्राइवर राम भवन किसी चमत्कार के चलते ही बच गया। जहां एनआरआई का पूरा परिवार मौत के आगोश में समा गया वहीं, राम भवन को खरोंच तक नहीं आई। जबकि नहर में कार गिरते समय ड्राइवर राम भवन भी उसी कार में था।

नहीं देखा ऐसा हादसा

वहीं, क्षेत्र के लोगों का कहना था कि यह हादसा इतना भयानक था कि उनकी रूह तक कांप गई। कार को नहर में जाते हुए देख मौके पर सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई। लोगों ने नहर में फंसे एनआरआई परिवार को बाहर निकाला, लेकिन अफसोस तब तक बहुत देर हो चुकी थी। हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने लाशों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. 

ये हुए हादसे

न्यू इयर शुरू होते ही रोड एक्सीडेंट में कई मौत हो चुकी हैं। मगर, उसके बाद भी लोग रैश ड्राइविंग करने से बाज नहीं आ रहे हैं।

-31 दिसंबर 2011 को ही न्यू ईयर मनाने गए आगरा खंदारी आजाद नगर गली नंबर तीन निवासी बिल्डर राजेश कुमार अपने परिवार के संग जयपुर रणथंभौर जा रहे थे। तभी लालकोठ कोटा हाइवे पर बिल्डर की कार एक ट्रोला में जा घुसी इससे बिल्डर का पूरा परिवार मौत की गोद में समा गया। - चार जनवरी की नाइट को अछनेरा के रहने वाले सगे भाई शेर सिंह और मान सिंह को एक डंपर ने अपनी चपेट में ले लिया। इस हादसे में दोनों  की मौत हो गई।

-15 दिसंबर 2011 को इरादतनगर के रहने वाले राघवेन्द्र त्यागी को एक अज्ञात वाहन ने चपेट में ले लिया था। जिसके चलते राघवेन्द्र की मौत हो गई।

-17 दिसंबर 2011 को पलवल निवासी राकेश अपने परिवार के  साथ देवी के दर्शन कर कार से घर लौट रहा था तभी कार बिचपुरी नहर में जा गिरी और राकेश के बेटे अंकित की मौत हो गई।

- 18 दिसंबर 2011 को लादूखेड़ा सैंया के रहने वाले सतीश शुक्ला पुत्र अमर सिंह आगरा से बाइक पर अपने घर सैंया जा रहा था तभी रास्तें में नील गाय और अज्ञात वाहन ने बाइक सवार को अपनी चपेट में ले लिया जिससे मौके पर ही सतीश की मौत हो गई।