सीबीएसई बोर्ड ने मॉडरेटर पॉलिसी के तहत बदले मूल्यांकन के नियम
अब साफ राइटिंग पर स्टूडेंट्स को मिल सकेंगे मार्क्स
Meerut. सीबीएसई के तहत 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं दे रहे स्टूडेंट्स अब सुंदर राइटिंग पर भी मार्क्स ले सकते हैं. बोर्ड ने इस बार मूल्यांकन नीति में बदलाव किया है. इसके तहत साफ और स्पष्ट लिखने पर एक्सट्रा मार्किंग का प्रावधान किया गया है. वहीं स्कोर को बेहतर बनाने के लिए बोर्ड ने मूल्यांकन नीतियों में भी बदलाव किया है.
नंबर्स का देना होगा ब्योरा
बोर्ड परीक्षाओं की कॉपी जांचने वाले परीक्षकों को इस बार मार्क्स काटने की वजह बतानी होगी. कॉपी की साइड में नंबर देने का ब्योरा लिखा जाएगा. जिसमें मार्क्स का स्ट्रक्चर लिखकर मार्क्स काटने की वजह बतानी होगी. सीबीएसई का कहना है कि रिजल्ट के बाद स्टूडेंट्स मार्क्स देने में गड़बड़ की शिकायत करते हैं. इसके अलावा स्क्रूटनी के दौरान भी गलत अंक काटे जाने या नंबर बढ़ने के मामले सामने आते हैं, जिसकी वजह से रिजल्ट पूरी तरह से बदल जाता है. इस तरह की परेशानी से बचने के लिए बोर्ड ने ऐसे दिशा-निर्देश जारी किए हैं. मूल्यांकन प्रोसेस 12 अप्रैल तक चलेगी.
बॉक्स में लिखे जाएंगे मॉर्क्स
सीबीएसई बोर्ड ने इस बार परीक्षकों को यह भी निर्देश दिए हैं कि मार्क्स देने के लिए अलग से बॉक्स बनाएं. यह बॉक्स कॉपी के राइट साइड में होगा. कॉपी चेक करते हुए इधर-उधर मार्क्स नहीं लिखे जा सकेंगे. मार्क्स को बोल्ड करके लिखना है और जोड़ते हुए सावधानी बरतनी होगी. वहीं बोर्ड ने ये भी निर्देश दिए हैं कि अगर वन मॉर्क्स वाले सवालों का जवाब एक शब्द में हैं तो भी मार्क्स दिए जाएंगे. मॉडरेटर पॉलिसी के तहत बोर्ड ने यह कदम उठाया है.
बोर्ड परीक्षाओं से स्टूडेंट्स काफी नर्वस होते हैं और कई बार मॉर्क्स कम आने की वजह से स्ट्रेस में भी आ जाते हैं. सीबीएसई की इस पॉलिसी ने स्टूडेंट्स बेहतर स्कोर कर पाएंगे.
चंद्रलेखा जैन, प्रिंसिपल, सेंट जोंस स्कूल
मूल्यांकन के दौरान कई बार मार्क्स जोड़ने में गड़बड़ हो जाती है. जिससे बाद में स्टूडेंट्स और बोर्ड दोनों को परेशानी होती है. इस तरह की असुविधा से बचने के लिए बोर्ड ने यह कदम उठाया है.
सतीश शर्मा, प्रिंसिपल, शांति पब्लिक स्कूल