- ताज की चमकी का दीदार करने वाले विदेशी सैलानियों की संख्या में इजाफा

आगरा। मरम्मत कार्य के चलते दिन में भले ताज का दीदार करने वाले विदेशी सैलानियों की संख्या कम होती जा रही हो, लेकिन पूर्णिमा पर चांदनी रोशनी में इस संगमरमरी मोहब्बत की निशानी का दीदार करने के लिए विदेशी सैलानी बढ़ते जा रहे हैं। पिछले साल की अपेक्षा इस बार ताज की चमकी का दीदार करने वाले विदेशी सैलानी बढ़े हैं। इस वर्ष चार दिनों में 234 विदेशी सैलानियों ने ताज का दीदार किया, जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा 217 का था। शरद पूर्णिमा पर पांच दिनों तक रात में ताज का दीदार किया जाता है। पिछले वर्ष पूरे पांच दिनों तक ताज खुला रहा था, जबकि इस बार एक दिन की छुट्टी थी, तब भी आंकड़ा पिछले वर्ष की अपेक्षा ज्यादा रहा।

होटल इंडस्ट्री में उत्साह

शहर में रात को विदेशी पर्यटकों का रुकना न के बराबर रहता है। लेकिन इस बार चमकी देखने के लिए पर्यटकों का नाइट स्टे बढ़ने से होटल इंडस्ट्री में भी काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। होटल एंड रेस्टोरेशन एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश चौहान ने बताया कि चमकी से शहर में रात को रुकने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ी है, जो काफी अच्छी बात है। यदि इसका प्रचार प्रसार अच्छे से किया जाए, तो यह संख्या और बढ़ सकती है।

पहले लगता था मेला

चमकी देखने के लिए पहले पूरी रात ताजमहल खुलाता था। अंदर खेल-तमाशे वाले भी आते थे, मेले जैसा दृश्य बन जाता था। लेकिन 1984 में पंजाब में आतंकवाद के समय के दौरान ताजमहल को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। इसके बाद ताजमहल को रात में बंद कर दिया गया था। यह सिलसिला 2004 तक चला। इस वर्ष सुप्रीम कोर्ट ने ताजमहल को रात में खोलने के आदेश दिए।