इस फैसले का भारत से दूर नेपाल में भी काफी बेसब्री से इंतज़ार था. तलवार दंपति के घर में मृत नौकर हेमराज नेपाल का ही रहने वाला था.

उनकी पत्नी खुम काला बंजादे ने बीबीसी की नेपाली सेवा से बातचीत करते हुए कहा है कि तलवार दंपति को फांसी की सजा होनी चाहिए.

काला ने बीबीसी से कहा, "तलवार दंपति ने मेरे पति पर झूठा आरोप लगाया. पहले उन्होंने अपनी बेटी की हत्या की और फिर मेरे पति की. इसके बाद मेरे पति पर झूठा आरोप मढ़ दिया कि उनकी बेटी की हत्या करके हेमराज फरार हो गया."

'निर्दोष था मेरा पति'

काला के मुताबिक उनके पति हेमराज को इस मामले में कुछ भी लेना-देना नहीं था, लेकिन उसे तलवार दंपति के यहां काम करने की कीमत जान देकर चुकानी पड़ी.

काला ने बीबीसी से कहा, "मेरे पति एक सामान्य और ईमानदार आदमी थे. वे पूरी तरह निर्दोष थे."

यह बात सीबीआई की विशेष अदालत ने मानी है और नौकर हेमराज और आरुषि की हत्या के लिए तलवार दंपति को ही जिम्मेदार ठहराते हुए उम्र कैद की सजा भी सुनाई है.

"तलवार दंपति ने मेरे पति पर झूठा आरोप लगाया. पहले उन्होंने अपनी बेटी की हत्या की और फिर मेरे पति की. इसके बाद मेरे पति पर झूठा आरोप मढ़ दिया."

-खुम काला बंजादे, हेमराज की पत्नी

लेकिन खुम काला इस सजा को कम मानती हैं. उन्होंने बीबीसी से कहा, "इस हत्या के तलवार दंपति को मौत की सजा मिलनी चाहिए."

मुआवजे की मांग

आरुषि और हेमराज की हत्या 15-16 मई 2008 को की गई थी. उत्तर प्रदेश पुलिस ने पहले राजेश तलवार पर हत्या का शक जाहिर किया था.

बाद में तलवार के घरेलू नौकर हेमराज पर हत्या का शक जाहिर किया गया और कहा गया कि वह हत्या करके भाग गए हैं लेकिन आरुषि की हत्या के अगले ही दिन 16 मई को तलवार के फ्लैट की छत पर हेमराज का शव मिला.

इसके बाद एक नाटकीय घटनाक्रम के तहत शक की सुई राजेश तलवार पर आ गई और उन्हें उत्तर प्रदेश पुलिस ने हिरासत में ले लिया.

इस मामले में डॉक्टर तलवार के एक सहायक और उनके परिचितों के घर काम करने वाले दो नौकरों समेत तीन अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया था और जाँच के बाद उन्हें छोड़ दिया गया.

अब जबकि तलवार दंपति को सजा सुनाई जा चुकी है, हेमराज की पत्नी की मांग है कि उन्हें उनके पति की मौत उचित मुआवजा भी मिले.

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