-हड़ताल से निबटने के लिए की गई है वैकल्पिक व्यवस्था -रिम्स के बाहर तैनात किया गए पुलिस के जवान

रांची : रिम्स की जूनियर नर्सेज अपनी मांगों को लेकर रविवार की रात 12 बजे से हड़ताल पर चली जाएंगी। इससे नर्सिग सेवा चरमरा जाएगी। हालांकि हड़ताल से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग एवं रिम्स प्रबंधन ने तैयारी की है। रिम्स की नर्से एम्स की तर्ज पर वेतन एवं सुविधाएं देने की मांग कर रहीं हैं।

नर्सो ने रविवार को निदेशक कार्यालय तथा रिम्स परिसर में प्रदर्शन किया तथा सरकार एवं प्रबंधन के लिए खिलाफ नारेबाजी की। जूनियर नर्सेज एसोसिएशन की अध्यक्ष रामरेखा कुमारी राय ने कहा कि बाहर की नर्सो को बुलाकर काम चलाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन ऐसा होने नहीं दिया जाएगा।

जूनियर नर्सेज एसोसिएशन की अध्यक्ष रामरेखा कुमारी राय ने कहा कि सरकार ने उनके खिलाफ वादा खिलाफी की है। दस वर्षो से नर्सों के 230 पद रिक्त हैं। इन पदों पर नियुक्ति

के लिए कोई पहल नहीं की जा रही है। नर्सो पर काम का बोझ बढ़ता जा रहा है। 2002 से रिम्स एम्स की तर्ज पर संचालित है। परंतु इसका लाभ कर्मियों को नहीं मिल रहा है।

हड़तालियों से निबटने के लिए प्रबंधन ने तैयारी कर रखी है। बाहर से आनेवाली नर्सो के साथ ज्यादती न हो, इसके लिए पुलिस बल बुलाया गया है। इनमें महिला पुलिसकर्मी भी हैं। नर्सो की व्यवस्था के लिए प्रबंधन प्रयासरत है। सिविल सर्जन द्वारा 150 नर्सेज भेजने की बात कही गई थी। बाहर से एनएनएम को बुलाया गया था। करीब 100 एएनएम सदर अस्पताल पहुंचीं। जहां बैठक कर रिम्स में ड्यूटी न करने का फैसला लिया गया।

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स्वास्थ्य सचिव ने लिया जायजा

राज्य के स्वास्थ्य सचिव सुधीर त्रिपाठी ने रविवार को रिम्स का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि मरीजों के हितों को ध्यान में रखते हुए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। रिटायर्ड नर्सो से अपील की गई है कि वे आकर सेवा दें। उन्होंने स्पष्ट कहा कि हड़ताल अवधि तक वैकल्पिक व्यवस्था जारी रहेगी। इसमें व्यावधान उत्पन्न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जूनियर नर्सो की बहुत सारी मांगें मान ली गई हैं। अन्य मांगों के लिए सरकार को लिखा गया है।

मरीजों को परेशानी नहीं होने दी जाएगी। वैकल्पिक व्यवस्था के लिए हमलोग प्रयासरत हैं। हड़तालियों से सख्ती से निबटा जाएगा।

- डॉ। एके चौधरी, अधीक्षक, रिम्स।