हाथों हाथ पहुंचाया बुलावा

दुनिया की महाशक्ति अमेरिका ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका आने के लिए बुलावा भेजा है. प्रेसीडेंट ओबामा ने यह इनविटेशन कार्ड अमेरिकी उप विदेश मंत्री विलियम बर्न्सक के हाथों भिजवाया है. दरअसल बर्न्सक ने ओबामा का पत्र प्रधानमंत्री मोदी से मीटिंग के दौरान दिया है. इसके लिए मोदी ने बर्न्सक को धन्यवाद दिया.

परिणामों वाली यात्रा

पीएम ऑफिस से जारी बयान में कहा गया है अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने पत्र में प्रधानमंत्री को अमेरिका आने का न्योता दूसरी बार दिया है. इसके साथ ही अमेरिका ने भारत के साथ 21वीं सदी में निर्णायक साझेदारी देने के लिए क्लोजली काम करने की इच्छा जताई है. इसके जबाव में प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा है कि मोदी इस मीटिंग को एक परिणाम लाने वाली मीटिंग के रूप में संपन्न करना चाहेंगे.

शांति और समृद्धि के संबंध

इस सहभागिता पर अपने विचार रखते हुए मोदी ने कहा कि विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र और सबसे पुराने लोकतंत्र के बीच संबंध दोनों देशों की बेहतरी के साथ साथ विश्व भर में शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए एक मजबूत ताकत के रूप में उभरना चाहिए. इस मीटिंग के दौरान प्रधानमंत्री मोदी को चुनाव के बाद आए बराक ओबामा के कॉल के बारे में भी बताया.

वॉर अगेंस्ट टेरेरिज्म भी मुद्दा

इस मीटिंग में नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजीत डोवाल और विदेश सचिव सुजाता माथुर भी शामिल थीं. प्रधानमंत्री मोदी ने एनएसए की प्रजेंस में अफगानिस्तान पर कोऑर्डिनेशन और एशिया में सिक्योरिटी एवं समद्धि बढ़ाने, एंटी टेरेरिज्म और एजेंट एक्सचेंज जैसे मुद्दों पर बात की. इसके अलावा बर्न्सक ने राष्ट्रपति ओबामा की इकॉनोमिक रिलेशंस में स्ट्रेंथ लाने, नेक्स्ट जेनरेशन की टेक्नोलॉजी, डिस्इंवेस्टमेंट, एनर्जी, समुद्री सुरक्षा बढाने के लिए साथ मिलकर काम करने पर जोर दिया.  एनएसए के साथ साथ इस मीटिंग में यूएस चार्ज डी अफेयर्स कैथलीन स्टीफेंस और दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के लिए अमेरिका की उप विदेश मंत्री निशा बिस्वाल भी मौजूद थीं.

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