RANCHI: अक्सर घरों में देखा जाता है कि एक ही तेल में खाने की चीजों को फ्राई किया जाता है। इसके बाद उस बचे हुए तेल को दोबारा इस्तेमाल के लिए रख लिया जाता है। लेकिन लोग यह नहीं जानते कि एक ही तेल में बार-बार फ्राई किया खाना उनको कैंसर जैसी घातक बीमारी दे सकता है। ये बातें रॉग्स की ओर से होटल ग्रीन होराइजन में ओबेसिटी मैनेजमेंट पर आयोजित कांफ्रेंस में टीएमएच के डॉ। सतीश कुमार प्रसाद ने कहीं। बताया कि फ्राई की हुई कोई भी चीज आपको बीमारी ही दे सकती है। वहीं, डॉ। विपुला वर्मा ने बताया कि ओबेसिटी के कारण लोगों को हार्ट की बीमारी भी हो रही है। इसके अलावा डायबिटीज और कैंसर की समस्या से भी लोग परेशान हैं।

बाहर के खाना को कहें ना

डॉ। विपुला ने बताया कि स्वाद के लिए रेस्टोरेंट और मार्केट के खाने में कई तरह की चीजें मिलाई जा रही हैं। इससे खाने में टेस्ट तो आता है, लेकिन उसके साथ ही काफी मात्रा में फैट हमारे शरीर में चला जाता है। धीरे-धीरे यह शरीर में अपनी जगह बना लेता है और लोग ओबेसिटी के शिकार हो जाते हैं। इसलिए घर का बना खाना खाएं और अपनी डाइट में फल-सलाद को भी भरपूर मात्रा में शामिल करें।

तेजी से मोटापे की चपेट में आ रहे लोग

डॉ। एसके प्रसाद ने कहा कि लोग मोटापे की चपेट में तेजी से आ रहे हैं। अन्य देशों की तुलना में हमारे देश में यह काफी तेजी से बढ़ रहा है। मोटापा कम करने की तरह-तरह की दवाएं लोग खा रहे हैं, जो उनके लिए सेफ नहीं है। ऐसे में कुछ मेडिसीन मार्केट में अवेलेवल हैं, जिसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है।

प्रेग्नेंसी पर भी असर

इसके अलावा आपको डाइट और एक्सरसाइज की भी जरूरत है। महिलाओं में मोटापे की समस्या होने से उनकी प्रेग्नेंसी पर भी असर पड़ रहा है। ऐसे में क्00 में से पांच महिलाएं मां नहीं बन पा रही हैं। वहीं डिलीवरी के समय मोटापे से ग्रस्त महिलाओं को काफी परेशानी हो रही है।

ऐसे घटाएं मोटापा

डॉक्टरों ने बताया कि लाइफस्टाइल में बदलाव और लो कैलोरी फूड से ही मोटापे पर कंट्रोल किया जा सकता है। वहीं, कैपसेशिन, ग्रीन काफी, ग्रीन टी और गार्सिनिया के कांबिनेशन से बनी दवा भी वेट घटाने में काफी मददगार साबित होगी। फिलहाल यह दवा केवल वयस्कों के लिए अवेलेवल है।