ओसीए ने ईमेल से दी वॉर्निंग

ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया ने इंडियन ओलंपिक ऐसोसिएशन को एक ईमेल में जुर्माने की बात से अवगत कर रहा है. ईमेल में कहा गया है कि अगर भारत एशियाई खेलों के कुछ भागों में अपनी टीमें नही भेजने का मन बना रहा है तो उसे जुर्माने के लिए तैयार रहना चाहिए. गौरतलब है कि ओसीए के मुताबिक फुटबॉल, टेबल टेनिस, बास्केटबॉल, हैंडबॉल, टेबल टेनिस और सेपकटकरा से हट सकता है. अपने ईमेल में ओसीए में एनओसी रिलेटेड ऑफिसर विनोद कुमा र तिवारी ने कहा है कि एशियाई खेलों में सभी टीमों का ड्रॉ पहले ही पूरा हो चुका है. इस कंडीशन में दुबारा से ड्रा किए जाने पर इंडियन ओलंपिक काउंसिल को जुर्माना भुगतना पड़ेगा. इस बार एशियाई खेल 19 सितंबर से शुरू होकर 4 अक्टूबर साउथ कोरिया के इंचियोन में होगा.

आईओए ने ठहराया खेलमंत्री को दोषी

इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव राजीव मेहता ने इस प्रकरण के लिए खेल मंत्रालय और स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है. इसके साथ ही उन्होनें कहा कि वे खेल मंत्री को इसके लिए दोषी बना रहे हैं. महासचिव राजीव मेहता ने कहा कि साई और खेल मंत्रालय एशियाई खेलों में खिलाडि़यों को भेजने के लिए स्टेंडर्ड क्रिएट कर रहे हैं. इससे आईओए और नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन के काम में हस्तक्षेप पड़ता है. इसके साथ ही उन्होनें कहा कि अगर एनएसएफ अपने खर्चे पर खिलाडि़यों को भेजना चाहता है तब भी मंत्रालय अनुमति नही देगा.

भारत पड़ सकता है मुश्किल में

महासचिव राजीव मेहता ने कहा कि ओलंपिक चार्टर के अनुसार ये एनएसएफ और आईओए की ऑटोनॉमी का उल्लंघन है. इसके साथ ही उन्होनें कहा कि आईओए पर से एक लंबे समय के बाद निलंबन हटा है. इस स्थिति में अगर सरकारी अधिकारियों का हस्तक्षेप रहता है तो इंडिया पर फिर से मुश्किलें आ सकती हैं.

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