- इवनिंग क्लासेज को लेकर हो रहा धरना प्रदर्शन

- स्टूडेंट्स लगातार रोज करा रहे कॉलेज बंद

- हंगामे के बीच नहीं चल पा रही मॉर्निंग क्लासेज

DEHRADUN : इवनिंग क्लासेज स्टार्ट करने का प्लान जहां एक ओर सरकार के लिए सरदर्द बन गया है, वहीं स्टूडेंट्स के लिए भी फजीहत साबित होने लगा है। आलम यह है कि इवनिंग क्लासेज में अप्लाई करने वाले हजारों स्टूडेंट्स तो परेशान हैं ही, साथ अब लगातार हंगामों के बीच मार्निग क्लासेज के स्टूडेंट्स भी इसकी चपेट में आ गए हैं। कुल मिलाकर इवनिंग क्लासेज 'सांझ' के चक्कर में अब मार्निग क्लासेज 'सुबह' भी अटक गई है।

हाईकोर्ट ने दिया था आदेश

हाईकोर्ट के लिमिटेड सीट्स और मेरिट बेस पर एडमिशन के फैसले के बाद सरकार ने इवनिंग क्लासेज स्टार्ट करने की योजना तैयार की। लेकिन यह योजना ग्राउंड लेवल पर एग्जीक्यूट होती दिखाई नहीं दे रही। एक तरह टीचर्स के रिक्रूटमेंट में मैनेजमेंट का रोड़ा और नॉन टीचिंग स्टाफ का ना होना, तो दूसरी तरफ कॉलेज को अलॉटेड सीट्स पर स्टूडेंट लीडर्स के धरने प्रदर्शन। हर तरफ से इविनंग क्लासेज खटाई में पड़ी हुई है।

मॉर्निग सिफ्ट हो रही डिस्टर्ब

स्टेट के सबसे बड़े कॉलेज की बात करें तो इवनिंग क्लासेज को लेकर पिछले दिनों स्टूडेंट्स द्वारा टावर पर चढ़कर ड्रामे बाजी और कॉलेज प्रिंसिपल ऑफिस में तोड़-फोड़। सभी मामलों में कॉलेज डिस्टर्ब हो रहा है। इस पूरे हंगामे के बीच मार्निग सिफ्ट स्टूडेंट्स पिस रहे हैं। आलम यह है कि पहले हंगामे, धरने, हड़ताल, तोड़फोड़ हुई। अब इन हंगामों को देखते हुए कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन ने सिक्योरिटी प्वॉइंट ऑफ व्यू से कॉलेज तीन दिन के लिए बंद कर दिया। इस सब में न तो मार्निग क्लासेज हो रही है। और न बाकी कामकाज।

एग्जाम फॉर्म भी नहीं भरे जा सके

कॉलेज में क्ब् दिसंबर से एचएनबी गढ़वाल सेंट्रल यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड मॉर्निग क्लासेज के डिफरेंट कोर्सेज के फ‌र्स्ट ईयर स्टूडेंट्स के एग्जाम फॉर्म भरे जाने थे। यह फॉर्म ख्ख् दिसंबर तक भरे जा सकते थे, लेकिन इस सब हंगामे के बीच फॉर्म फिलिंग प्रॉसेस ही स्टार्ट नहीं हो पाया है। ऐसे में अगर फ‌र्स्ट ईयर स्टूडेंट्स के फॉर्म नहीं भरे गए तो आगे अगले कोर्सेज के एग्जाम फॉर्म फिलिंग प्रॉसेस में भी डिले होगा। कुल मिलाकर कॉलेज में सांझ के इंतजामों के बीच मार्निग व्यवस्था अटक गई है।

क्7म्0 के लिए ख्भ्,000 स्टूडेंट परेशान

इवनिंग क्लासेज को लेकर जमकर हो रहे विवाद पर गौर करें तो इवनिंग क्लासेज के लिए कॉलेज के पास क्7म्0 सीट्स की रिकमेंडेशन है, जबकि मार्निग शिफ्ट के कोर्सेज में स्टूडेंट्स की संख्या ख्भ्,000 है। ऐसे में इन हंगामों के बीच हजारों स्टूडेंट्स की स्ट्डीज डिस्टर्ब हो रही है। इसके अलावा सेकेंड और थर्ड ईयर के एडमिशन भी नहीं हो पा रहे हैं। दरअसल, बैक पेपर के रिजल्ट आने के बाद पास हुए स्टूडेंट्स को नेक्स्ट ईयर में एडमिशन देना बाकी है, लेकिन यह प्रक्रिया भी हंगामों की भेंट चढ़ रही है।

अभी और गहरायेगा संकट

पूरे मामले में आने वाले दिन और संकट भरे हो सकते हैं। फिलहाल के हालातों के मुताबिक जहां मॉर्निग शिफ्ट के टीचर्स ने इवनिंग प्रॉसेस से पल्ला झाड़ लिया है। वहीं, नॉन टीचिंग स्टाफ ने भी सहयोग से इंकार कर दिया है। इसके अलावा टीचर्स की नियुक्ति को लेकर सरकार और मैनेजमेंट के बीच रार बरकरार है। ऐसे में इवनिंग क्लासेज का मामला अभी और गहराने की संभावना है।

कॉलेज में न तो क्लासेज चल रही हैं, और न ही बाकी काम हो पा रहा है। एग्जाम फॉर्म तक नहीं भरे जा सके हैं। ऐसे में इवनिंग का विवाद मार्निग स्टूडेंट्स को भी भारी पड़ रहा है।

-स्वाति नेगी, स्टूडेंट, डीएवी पीजी कॉलेज

यह सही है कि डिस्टर्बेस आ रही है। मार्निग शिफ्ट के स्टूडेंट्स को क्लासेज न हो पाने से नुकसान हो रहा है। हालांकि यूनिवर्सिटी एग्जाम जारी है। एग्जाम फॉर्म प्रॉसेस में फॉर्म जमा नहीं हो पाए हैं। स्टूडेंट्स से अपील की जाएगी कि कॉलेज में मार्निग क्लासेज व्यवस्थित की जा सकें।

-डा। देवेंद्र भसीन, प्रिंसिपल, डीएवी पीजी कॉलेज

हमारा मकसद मॉर्निग व्यवस्था को बाधित करना नहीं है। सरकार और मैनेजमेंट के बीच स्टूडेंट्स का नुकसान होना ठीक नहीं है। इवनिंग क्लासेज जल्द जारी नहीं हुई तो हजारों स्टूडेंट्स का साल बर्बाद हो जाएगा। हमारा आंदोलन उन्हीं स्टूडेंट्स के लिए है।

- अंशुल चावला, एक्स यूनियन प्रेसीडेंट, डीएवी पीजी कॉलेज