- तीन साल से अभी तक खुद के ऑफिस में नही पहुंचा बेसिक शिक्षा का लेखा विभाग

- जर्जर बिल्डिंग में चल रहा है लेखा विभाग का ऑफिस

क्चन्क्त्रश्वढ्ढरुरुङ्घ:

बेसिक शिक्षा विभाग की अपनी बिल्डिंग होते हुए भी विभाग का लेखा ऑफिस किराये की जर्जर बिल्डिंग में चल रहा है। बिल्डिंग की हालत ऐसी है कि कभी भी कोई हादसा हो सकता है। इस बात को लेकर बीएसए और लेखा विभाग में अनबन चल रही है। दोनों एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। लेखा अधिकारी का कहना है कि बिल्डिंग के जिस हिस्से में लेखा विभाग का ऑफिस शिफ्ट होना था वहां सर्व शिक्षा अभियान का ऑफिस बना दिया गया है। वहीं बीएसए इसके लिए लेखा विभाग की ही गलती बता रही हैं।

तीन साल पहले बनी नई बिल्डिंग

सुभाषनगर की जर्जर बिल्डिंग में चल रहे बीएसए ऑफिस के लिए तीन साल पहले विकास भवन रोड पर नई बिल्डिंग बनाई गई थी। इसी बिल्डिंग में जंक्शन रोड पर किराये की बिल्डिंग में चल रहे विभाग के लेखा ऑफिस को भी शिफ्ट किया जाना था। लेखा अधिकारी के अनुसार नई बिल्डिंग के फ‌र्स्ट फ्लोर पर लेखा विभाग का ऑॅफिस बनाया गया, लेकिन जब बीएसए ऑफिस नई बिल्डिंग में शिफ्ट हुआ तो फ‌र्स्ट फ्लोर पर सर्व शिक्षा अभियान का ऑफिस बना दिया गया। इसके चलते लेखा विभाग का ऑफिस अभी भी जर्जर बिल्डिंग में चल रहा है।

खतरे में लेखा विभाग के कर्मचारी

जंक्शन रोड पर बेसिक शिक्षा विभाग का लेखा कार्यालय वर्ष 1986 से किराये की बिल्डिंग में चल रहा है। बिल्डिंग इतनी जर्जर हो चुकी है कि बारिश के मौसम में छत से पानी टपकता है। इसके चलते स्टाफ का ऑफिस में बैठना तक मुश्किल हो जाता है। इसके चलते पूरा काम ठप हो जाता है। इसे लेकर लेखाधिकारी बीएसए को एक लेटर भी लिख चुके हैं कि यदि इस बिल्डिंग में काम के दौरान कोई हादसा होता है तो उसका जिम्मेदार बेसिक शिक्षा विभाग ही होगा।

जब बिल्डिंग बनी तभी नही आए

इस बारे में बीएसए तनुजा त्रिपाठी का कहना है कि जब यह बिल्डिंग बनी थी तब ही लेखा अधिकारी को अपना ऑफिस यहां शिफ्ट कर लेना चाहिए था, लेकिन तब वह नहीं आए। इसलिए जहां उनका ऑफिस बनना था वह सर्व शिक्षा अभियान के लिए दे दिया गया। अभी तीन महीने बिल्डिंग खाली रही तब भी लेखा अधिकारी ने अपना ऑफिस शिफ्ट नहीं किया।

10 दिन पहले भी गए थे

लेखाधिकारी परशुराम ओझा ने बताया कि करीब 10 दिन पहले भी वह नई बिल्डिंग में अपना ऑफिस स्टेबलिश करने के लिए गए थे, लेकिन अभी तक ऑफिस खाली नहीं हुआ है। वहां अभी भी सर्व शिक्षा अभियान के लोग डेरा जमाए बैठे हैं।

जब बिल्डिंग बनी तभी वह लोग नही आए और बीच में अभी करीब तीन महीने तक बिल्डिंग खाली भी पड़ी रही, लेकिन कोई नही आया।

तनुजा त्रिपाठी, बीएसए