- साइकिल ट्रैक के निर्माण लोकर डीएम ने समीक्षा बैठक

- पीडब्लूडी के अधिशासी अभियंता की अनुपस्थित पर जताई डीएम ने नाराजगी

LUCKNOW: शासन की साइकिल ट्रैक योजना को लेकर जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग और ट्रैफिक पुलिस के साथ एक समीक्षा बैठक की। सिटी के कई एरिया में बनाए जा रहे साइकिल ट्रैक की प्रगति की जानकारी मांगी। बैठक में पीडब्लूडी के अधिशासी अभियंता की गैर मौजूदगी और सहायक अभियंता के लेट से आने पर डीएम ने नाराजगी जताई। डीएम ने साइकिल ट्रैक की प्रगति की फोटो व्हॉट्सएप ग्रुप में अपलोड करने के निर्देश भी दिए।

मीटिंग में नहीं पहुंचे अफसर

साइकिल ट्रैक के निर्माण को लेकर डीएम की समीक्षा बैठक में पीडब्लूडी के अधिशासी अभियंता नहीं पहुंचे। जबकि बैठक की सूचना पहले से थी। अनुपस्थिति का कारण न बताने पर डीएम राजशेखर ने नाराजगी जताई। वहीं सहायक अभियंता के बैठक में ब्भ् मिनट लेट पहुंचे। सहायक अभियंता ने मीटिंग में साइकिल ट्रैक बनाने का फ्भ् प्रतिशत काम ही पूरा हुआ है जबकि जल्द से जल्द काम पूरा करने का आश्वासन दिया। व्हॉट्सअप ग्रुप पर फोटो अपलोड न करने के कारण भैतिक प्रगति न हो सका। जिस पर डीएम एक बार फिर नाराज दिखे। उन्होंने आगे ऐसी गलती न करने के लिए अफसर को चेतावनी भी दी।

कुर्सी रोड से टेढ़ी पुलिया तक काम तेज

साइकिल ट्रैक का काम कुर्सी रोड पर टेढ़ी पलिस से स्पोटर््स कालेज तक कराया जा रहा है। वर्तमान में चालीस प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया है। रोड के दोनों साइड का काम मई मंथ के अंत तक पूरा किए जाने की बात कहीं गई। इस काम में 78क्.ख्8 लाख की का बजट स्वीकृत हुआ था। जिससे सापेक्ष में तीन करोड़ क्ख् लाख की राशि उपलब्ध कराई जा चुकी है। शेष राशि की मांग की गई है। जिसे क्भ्-ख्0 दिन में मिलने की संभावना बताई जा रही है।

हुसडि़या चौराहे से क्क्भ्0 मीटर का ट्रैक

लखनऊ विकास प्राधिकरण गोमती नगर में हुसडि़या चौराहे से ग्वारी चौराहे तक क्क्भ्0 मीटर साइकिल ट्रैक का काम करा रहा है। काम चालीस प्रतिशत तक पूरा भी कर लिया गया है। इस काम के लिए एक करोड़ बीस लाख रुपए का बजट पास हुआ था। इसके अतिरिक्त राशि की मांग शासन से की गई है। प्रगति कार्य की फोटो व्हॉट्सअप पर अपलोड न करने पर डीएम ने उन्हें तत्काल फोटो अपलोड करने का निर्देश दिया। हुसडि़या चौराहे से ग्वारी चौराहे तक डिवाइडर के दोनों तरफ लिली फ्लावर के प्लांटेशन कराया जाना था। यह काम पीडब्लूडी को कराना था। समीक्षा बैठक में इस संदर्भ के पीछे जाने पर बताया गया कि जानवरों के चलते प्लांट सुरक्षित नहीं रह पाते है। अब विकास प्राधिकरण साइकिल ट्रैक के दोनों तरफ रैलिंग या फेन्शिंग लगाए ताकि प्लांट को सुरक्षित किया जा सके।