- जिला महिला अस्पताल में संविदा पर बहाल कर्मचारियों को दी जा रही धमकी

- एक संविदा कर्मचारी ने डीएम को पत्र लिखकर दी जानकारी

- दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के खुलासे के बाद बिठाई गई है जांच

GORAKHPUR: जिला महिला अस्पताल में संविदा कर्मचारियों के रिन्युअल में कमीशन के खेल को दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने 5 मई के अंक में 'कमीशन दो, रिन्युअल लो' हेडिंग से न्यूज पब्लिश एक्सपोज किया था। इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने डीएम को जांच का आदेश दिया। जांच बिठाई जाने के बाद महकमे में हड़कंप मच गया। हालत यह है कि एक तरफ जांच चल रही है तो दूसरी तरफ इसमें इन्वाल्व लोग संविदा कर्मचारियों को धमका रहे हैं कि वे यह लिखकर दे दें कि उनसे कोई कमीशन नहीं लिया गया। एक संविदा कर्मचारी द्वारा डीएम को लिखे पत्र में यह आरोप लगाया गया है।

बनाया जा रहा है दबाव

कम्प्यूटर ऑपरेशन विनय कुमार तिवारी ने शनिवार को डीएम को लिखे पत्र में कहा है कि आउट सोर्सिंग कर्मचारियों पर मामले से हटने का दबाव मनाया जा रहा है। उसने आरोप लगाया है कि कर्मचारियों को सीएमएस डॉ। एके गुप्ता व वरिष्ठ लिपिक सुदामा सिंह द्वारा महिला अस्पताल के सीएमएस ऑफिस में बुलाया गया। जहां एक फार्मासिस्ट भी मौजूद थे। मुझे एक टाइप किया हुआ कागज दिया गया। उसमें लिखा था कि वेतन भुगतान और रिन्युअल के नाम पर किसी प्रकार का कमीशन नहीं मांगा गया है। उस पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा गया।

आपत्ति जताई तो दी धमकी

विनय ने कहा है कि उसने आपत्ति जताई। उसने सीएमएस से कहा कि आप लोगों के द्वारा कई बार कमीशन की डिमांड की गई। वरिष्ठ लिपिक सुदामा प्रसाद ने भी वेतन के नाम पर 1500 से 1000 रुपये और रिन्युअल के नाम पर 15 हजार रुपये मांगा था। विनय ने हस्ताक्षर करने से इनकार किया तो धमकी दी गई कि उसका कॅरियर खराब कर दिया जाएगा। उसने डीएम से गुहार लगाई है कि पूरे मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई करें। उन्हें डर है कि पेपर पर हस्ताक्षर करवाकर षड्यंत्र के तहत कोई कार्रवाई न कर दी जाए।