-एनआरएलएम में शिथिलता पर की गई कार्यवाही

-सिकंदरपुर कर्ण ब्लाक के ग्राविअ व ग्रापंअ पर हुई कार्यवाही

UNNAO:

राष्ट्रीय आजीविका मिशन योजना 'एनआरएलएम' के कार्यों में शिथिलता बरतने पर सिकंदरपुर कर्ण ब्लाक के आधा दर्जन ग्राम्य विकास और ग्रामपंचायत अधिकारियों का वेतन रोक दिया गया है. सीडीओ ने चेतावनी दी है कि अगर आगे भी विकास कार्यों में शिथिलता मिली तो इससे भी कठोर कार्रवाई की जाएगी.

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के तहत ब्लाकवार ग्राम पंचायत अधिकारियों को समूह गठन और अन्य कार्यक्रम की जिम्मेदारी सौपी गई है. समूह गठन में ग्रामपंचायत अधिकारी भी कम रूचि ले रहे हैं. इससे लक्ष्य की पूर्ति नहीं हो पा रही है. एनआरएलएम की प्रगति अपेक्षा से कम पाए जाने पर मुख्य विकास अधिकारी नेहा शर्मा ने ब्लाकवार योजना की समीक्षा करने का आदेश दिया है. मनरेगा उपायुक्त राजेश मिश्र ने सकंदरपुरकर्ण ब्लाक क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में एनआरएलएम योजना के तहत समूह गठन की समीक्षा की. इस दौरान लगभग दो दर्जन ग्राम पंचायतों में समूह गठन लक्ष्य से बहुत कम पाया गया. जिन ग्रामपंचायतों में समूह गठन में लापरवाही पाई गई है, उन ग्राम पंचायतों के अधिकरियों को सूचीबद्ध कर सीडीओ को रिपोर्ट दी गई थी. सीडीओ ने एनआरएलएम योजना में शिथिलता बरतने वाले ग्राम पंचायत अधिकारियों अरुण कुमार, मनोज कुमार, उदयप्रताप तथा ग्राम्य विकास अधिकारी रितेश कुमार परिहार, संजीत कटियार तथा योगेश सिंह नीराज का वेतन रोक दिया है. एनआरएलएम के तहत समूह गठन में रूचि न लेने के आरोप में एक साथ आधा दर्जन ग्रामपंचायत विकास अधिकारियों पर की गई कार्यवाही से अन्य ब्लाकों के ग्रामपंचायत अधिकारियों में भी खलबली मची है.