-अधिकारियों की मिलीभगत से एक डेयरी में दूध की जगह पानी बेचने का मामला

- दुग्ध विकास मंत्री राम मूर्ति वर्मा ने कार्रवाई करते हुए प्रोडक्शन मैनेजर को सस्पेंड कर दिया

LUCKNOW: अधिकारियों की मिलीभगत से एक डेयरी में दूध की जगह पानी बेचा जा रहा था और किसी को खबर ही नहीं थी। मामला कैंट का है। अप्रैल की ख्9 तारीख को इसकी शिकायत हुई तो दुग्ध विकास मंत्री ने जांच के आदेश दिये। जांच में नौ अधिकारियों की मिलीभगत सामने आयी। दुग्ध विकास मंत्री राम मूर्ति वर्मा ने कार्रवाई करते हुए प्रोडक्शन मैनेजर को सस्पेंड कर दिया।

क्या था मामला

जानकारी के अनुसार दुग्ध संघ, कैंट एरिया को बीएमसी से मिल रहे दूध के टैंकरों की जांच के दौरान सफेद दूध की कालाबाजारी सामने आयी थी। चेकिंग के दौरान चार टैंकरों में दूध की जगह हिडन चैम्बर में पानी भरकर लाने और उससे डेरी डाक पर वेट बढ़ाने की नियत से तौल कराया जा रहा था। जांच में दोषी पाये गये आधा दर्जन से अधिक अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गयी है। दुग्ध संघ में कार्यरत प्रोडक्शन मैनेजर जेपी सिंह को सस्पेंड कर दिया। इसके अलावा दुग्ध संघ में कार्यरत फैक्ट्री मैनेजर शबनम चोपड़ा को दुग्ध संघ लखनऊ से हटाकर पीसीडीएफ हेड क्वार्टर से अटैच कर दिया गया है। यूनिट इंचार्ज बीबी बेरा और क्वालिटी मैनेजर शबनम चोपड़ा को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। इसके अलावा इंचार्ज डा। वीपी जायसवाल को भी सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं दुग्ध संघ के सुपरवाइजर आरके सिंह, डेरी प्लांट के इंचार्ज जितेन्द्र मिश्रा, डेरी सुपरवाइजर एके त्रिपाठी को सस्पेंड कर दिया है। एडहॉक बेस पर रखे गये दो श्रमिकों एनके सिंह और एमएम पाण्डेय को सर्विस से निकाल दिया गया है। इस मामले में हजरतगंज थाने में एफआईआर भी दर्ज करायी गयी है। राम मूर्ति वर्मा ने बताया कि इस पूरे मामले में लगभग 80 लाख रुपये के नुकसान का अनुमान है.जिसकी भरपाई चोरी करने वाले ट्रांसपोर्टर्स से वसूली कर की जाएगी।