- वीसी ने अधिकारियों और कर्मचारियों को मौजूदगी के दिए निर्देश

- सर्कुलर जारी कर स्टूडेंट्स की परेशानियां सुनकर हल के लिए कहा

- इसके बावजूद रजिस्ट्रार की कुर्सी मिली खाली, भटकते रहे स्टूडेंट्स

- छात्र समस्या निवारण केंद्र में भी नहीं मिलता समस्या से निवारण

Meerut: सीसीएस यूनिवर्सिटी, जहां समस्याओं का ढेर लगा रहता है। इसके समाधान के लिए अधिकारी अपनी कुर्सी पर मौजूद नहीं मिलते। अगर मिल भी जाते हैं तो समस्या को वीसी के केबिन में पहुंचा देते हैं। सभी समस्याओं का निवारण वीसी करेंगे तो बाकी का क्या काम है। इस समस्या को देखते हुए वीसी ने निर्देश जारी करते हुए कहा कि सभी अधिकारी और कर्मचारी ऑफिस टाइम में अपनी सीट पर मौजूद रहकर स्टूडेंट्स की समस्याओं के समाधान करें, ताकि स्टूडेंट्स को उनकी समस्याओं को सही समय पर समाधान मिल सके। लेकिन अधिकारियों और कर्मचारियों पर इसका असर देखने को नहीं मिला।

यह है सर्कुलर

सीसीएसयू के कुलपति वीसी गोयल ने सभी उपकुलसचिव, सहायक कुलसचिव और कार्यालय अधीक्षक को सर्कुलर जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि उनके संज्ञान में आया है कि यूनिवर्सिटी के अधिकारी एवं कर्मचारीगण कार्यालय समय में अपनी-अपनी सीटों पर उपस्थित नहीं रहते। इस कारण स्टूडेंट्स एवं उनके पेरेंट्स की समस्याओं का निस्तारण समय सीमा के अंतर्गत सुनिश्चित नहीं हो पा रहा है। दूर-दराज से आने वाले स्टूडेंट्स को बार-बार यूनिवर्सिटी के चक्कर काटने पड़ते हैं।

धूमिल हो रही छवि

वीसी का कहना है कि इसके कारण यूनिवर्सिटी की छवि धूमिल हो रही है। समस्या लेकर आने वाले इन स्टूडेंट्स के कार्यो का निस्तारण नहीं किया जाता और उनके कार्यालय में भेज दिया जाता है। यह स्थिति काफी गंभीर और असंतोषजनक है। इसके चलते सभी को निर्देश दिए गए कि वे कार्यालय समय में अपनी सीटों पर उपस्थित रहें और स्टूडेंट्स की समस्याओं का अपने स्तर पर जल्द निस्तारण करें। ऐसा नहीं होता है तो वे अपने स्तर पर कार्रवाई करेंगे।

यह है समय

यूनिवर्सिटी में कार्यालय समय सुबह दस बजे से लेकर पांच बजे तक है। एक बजे से दो बजे तक लंच टाइम है, लेकिन देखा जाता है कि लंच से पहले ही लोग गायब हो जाते हैं। लंच के काफी देर बाद ऑफिस में पहुंचते हैं। शाम को पांच बजे से पहले ही कर्मचारी रफूचक्कर हो जाते हैं। ऐसे में स्टूडेंट्स के पास भटकने के अलावा कुछ नहीं होता। वे आते हैं और शाम तक इंतजार करके चले जाते हैं। रजिस्ट्रार तो कभी मिलते हैं कभी नहीं मिलते। यही हाल उनके फोन का भी है। वह उठता बहुत कम है।

यह रहा सीन

सर्कुलर जारी होने के बाद भी किसी को कोई फर्क पड़ता नजर नहीं आया। स्टूडेंट्स समस्या लेकर आए और रजिस्ट्रार के ऑफिस में पहुंचे। जहां उनकी सीट खाली थी। बगल में सीसीटीवी कैमरे से लिंक टीवी पर तस्वीरें नजर आ रही थीं। कुलसचिव भी नजर नहीं आ रहे थे। यही स्थित छात्र समस्या निवारण केंद्र की थी। जहां उसके बाहर लोग लाइन लगाए बैठे थे। इस केबिन में न कर्मचारी थे और न ही कोई समस्या सुनने वाला। ऐसे में वीसी के द्वारा जारी किए गए सर्कुलर की धज्जियां उड़ती नजर आ रही थीं।

समस्याओं के लिए भटकते लोग

भगतवी कॉलेज ऑफ एजुकेशन के स्टूडेंट्स रोज यूनिवर्सिटी आते हैं। उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा। मंगलवार को भी वे यूनिवर्सिटी पहुंचे। जहां रजिस्ट्रार के पास समाधान नहीं मिला तो वे वीसी से मिलने के लिए बरामदे में बैठे रहे। यही नहीं कई ऐसे स्टूडेंट भी यूनिवर्सिटी पहुंचे जो बाहर के थे। किसी की माइग्रेशन की समस्या थी तो किसी की मार्कशीट अपडेट कराने की। ये जहां भी जाते इनकी समस्या का समाधान नहीं मिला। आखिर में वीसी के यहां दस्तक देने पहुंच गए।