शीशमबाड़ा में शिलान्यास के दौरान पथराव, उपद्रव, पुलिस को चलानी पड़ीं लाठियां,

लाठी चार्ज में घायल ग्रामीण की हार्ट अटैक से मौत

-यूपी के निकटवर्ती इलाके से भी जमा हुई उपद्रवी भीड़।

-मेयर के साथ धक्का-मुक्की, मेयर और संसदीय सचिव को पुलिस ने बमुश्किल सुरक्षित पहुंचाया।

DEHRADUN: सियासी तड़के से उबल रहे शीशमबाड़ा में ट्रंचिंग ग्राउंड निर्माण के मसले ने सोमवार को पूरे इलाके को तनाव की आग में झोंक दिया। पथराव, उपद्रव, लाठीचार्ज ही मानो कम न था, जो एक व्यक्ति की जान भी ट्रंचिंग ग्राउंड के कारण चली गई। हालांकि मौत की वजह हार्ट अटैक को बताया जा रहा है। सरकार ने दून के डीएम से मृतक के परिजनों को एक लाख की सहायता देने के लिए कहा है।

हंगामे के बीच हुआ शिलान्यास

बेहद प्रतिकूल स्थितियों के बीच नगर निगम प्रशासन शीशमबाड़ा में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट एंड रिसाइक्िलग प्रोसेसिंग प्लांट की आधारशिला रखने में सफल रहा। इसी प्लांट के अंतर्गत ट्रंचिंग ग्राउंड का भी निर्माण किया जा रहा है। सहस्त्रधारा रोड के लोगों के विरोध और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद वहां चल रहे ट्रंचिंग ग्राउंड को दिसंबर ख्0क्म् तक शीशमबाड़ा में शिफ्ट किया जाना है। वर्तमान में सहस्त्रधारा रोड स्थित ट्रंचिंग ग्राउंड में ख्भ्0 मीट्रिक टन कूडे़ का ही निस्तारण हो पा रहा है। क्00 मीट्रिक टन कूड़ा शहर के खाली पडे़ प्लॉटों व अन्य स्थानों पर निस्तारित हो रहा है। शीशमबाड़ा में भ्00 मीट्रिक कूडे़ का निस्तारण संभव हो पाएगा।

उपद्रव, तोड़फोड़, लाठी चार्ज

मेयर विनोद चमोली सोमवार को नगर आयुक्त नितिन सिंह भदौरिया और कई पार्षदों, निगम कर्मियों के साथ जैसे ही दोपहर करीब सवा बारह बजे शीशमबाड़ा पहुंचे, वहां पहले से मौजूद लोगों ने उनका विरोध शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों में न सिर्फ क्षेत्रीय, बल्कि यूपी के सहारनपुर, बिहारीगढ़, छुटमलपुर आदि क्षेत्रों से आए लोग भी शामिल थे। उपद्रवियों ने मेयर की गाड़ी के शीशे तोड़ दिए और उनके साथ धक्का-मुक्की की। पुलिस ने बामुश्किल उन्हें प्लांट की बाउंड्रीवॉल के अंदर दाखिल कराया। फिर जैसे-तैसे शिलान्यास कार्यक्रम हो पाया। गेट के बाहर हंगामा कर रही भीड़ पर कई बार पुलिस ने लाठियां चलाई। हालांकि पुलिस प्रशासन ने लाठीचार्ज से इनकार किया है। शिलान्यास के बाद पुलिस ने बमुश्किल मेयर और संसदीय सचिव राजकुमार को वहां से सुरक्षित निकाला।

पुलिस पर पथराव, तनाव रहा कायम

मेयर और संसदीय सचिव को प्लांट से सुरक्षित निकालकर दून भिजवाने के दौरान पुलिस को पथराव भी झेलना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने जाम लगा दिया, तो पुलिस ने उन्हें खदेड़ना का प्रयास किया। इस बीच पुलिस पर पत्थर चलने लगे। पुलिस लाठियां भांजकर लोगों को तितर-बितर किया। शाम तक इस मामले में किसी पक्ष की ओर से तहरीर नहीं दी गई थी।

ग्रामीण की मौत की फैली अफवाह

प्रदर्शनकारियों में शामिल ग्रामीण इस्लामुद्दीन (ब्8) निवासी गांव जमनपुर सेलाकुई की मौत से भी माहौल गरमाया रहा। दरअसल, जिस वक्त वहां हंगामा हुआ, उसे देखकर वह बेहोश हो गया। उसे पास के एक अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसकी मौत की वजह प्रदर्शनकारियों ने लाठीचार्ज बताया, हालांकि बाद में सरकार ने साफ किया कि हार्ट अटैक से उसकी जान गई है।

सीएम ने की समीक्षा, दिए कई निर्देश

-हरिद्वार दौरे से लौटकर सीएम हरीश रावत ने शीशमबाड़ा मसले पर समीक्षा बैठक की। विभिन्न विभागों के अफसर इस दौरान मौजूद रहे। सीएम ने कहा कि प्लांट से स्थानीय लोगों को खास तौर पर लाभान्वित किया जाएगा। दूसरी तरफ वन मंत्री दिनेश अग्रवाल ने नगर निगम की आलोचना करते हुए शीशमबाड़ा में ट्रंचिंग ग्राउंड बनाने का समर्थन किया है। उन्होंने शिलान्यास कार्यक्रम में आमंत्रित न किए जाने पर नगर निगम की आलोचना की।