निस्तारण से जुड़ी जानकारी नदारद, गायब रहे संबंधित थानों के अधिकारी

महिला आयोग की सदस्य ने दिए मामलों में एफआर लगाने के आदेश

ALLAHABAD: नई शिकायतें सामने थीं और पुरानी के निस्तारण की रिपोर्ट नदारद थी। ऐसे में महिला आयोग की सदस्या ने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि जिन थानों में मामले गए हैं वहां के अधिकारी आखिर हैं कहां? उन्होंने कहा कि पुराने मामलों के निस्तारण फटाफट कर उनकी एफआर लगाई जाए। ऐसा नही करने पर कार्रवाई के लिए शासन को लिखा जाएगा। यह बात उप्र राज्य महिला आयोग की सदस्या अनीता सिंह ने बुधवार को सर्किट हाउस में समस्याओं की सुनवाई के दौरान कहा। इस दौरान महिलाओं ने अपने उत्पीड़न के मामलों की शिकायत दर्ज कराई।

कब तक होगी मध्यस्थता

पिछले माह के प्रथम बुधवार को हुई सुनवाई में आई शिकायतों के निस्तारण की रिपोर्ट नही मिलने पर सदस्या ने नाराजगी जाहिर की। महिला थानाध्यक्ष द्वारा संबंधित मामलों में मध्यस्थता का हवालार देने पर अनीता सिंह ने इसकी समय सीमा पूछी। उन्होंने कहा कि मध्यस्थता को तय समय सीमा में पूरा किया जाए। शिकायतों के निस्तारण में कोई लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी। उन्होंने कहा कि शिकायकर्ती के प्रार्थना पत्रों में दिये जा रहे मोबाईल नम्बरों पर उनसे प्रकरणों के निस्तारण की जानकारी ली जाती है।

इन्होंने रखी अपनी बात

जन सुनवाई के दौरान धूमनगंज की निवासिनी गीता देवी ने अपने पति की हत्या करने वाले दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई न होने की शिकायत की। फूलपुर की झंझरी गांव निवासी निर्मला यादव ने अपने शिकायती प्रार्थना पत्र में उसके सामान एवं सोने-चांदी के गहनों को उसके ससुराल वालो के द्वारा कमरा का ताला तोड़कर लिये जाने की शिकायत की। ग्राम चौकठा, थाना शंकरगढ में रहने वाली महिला ने अपने साथ हुए गलत काम की शिकायत की। लूकरगंज की मानसी राय ने मकान कब्जा किए जाने, रेलवे कालोन की खुश्बू ने ससुराल पक्ष से उत्पीड़न की कम्प्लेन की। इसी तरह धूमनगंज की रहने वाली लक्ष्मी देवी ने बताया कि उनकी बहू के आपरेशन के दौरान पेट में पट्टी छोड़ दी गई। इस पर सदस्या ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को मामले की जांच कर दोषी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए।

महिला समाख्या केस का विवरण

घरेलू हिंसा व मारपीट- 21

छोड़ व छिनैती- 3

जमीन व संपति- 24