-सेटेलाइट मैपिंग के माध्यम से अवैध निर्माण होंगे चिंहित

-जिसके नाम पर बिल्डिंग होगी उस परिवार के ही बन सकेंगे वोट

Meerut। सेटेलाइट मैपिंग से अब ओल्ड ग्रांट बंगलों की निगरानी होगी। इस माध्यम से बंगलों में अवैध निर्माण पर कैंट बोर्ड नजर रखेगा। अवैध निर्माण का पता चलने पर कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा यदि किसी बंगला मालिक ने किराएदार रखा है तो बंगला मालिक के परिवार के अलावा सभी वोटों को भी खत्म करवाया जाएगा।

आईआईटी की टीम ने किया तैयार

साल 2015 में आईआईटी रूड़की टीम मेरठ आई थी। टीम ने कैंट बोर्ड के बंगलों का सर्वे किया था। सर्वे के माध्यम से रिपोर्ट तैयार की थी। रिपोर्ट को कैंट बोर्ड ने रक्षा मंत्रालय को भेजी थी। रक्षा मंत्रालय ने अब इसको मंजूरी दी है।

मौके पर जाएंगे अधिकारी

सेटेलाइट मैपिंग से अवैध निर्माण का पता लगने पर मौके पर कैंट बोर्ड के अधिकारी जाएंगे। साथ अवैध निर्माण को ध्वस्त करेंगे।

नहीं रख सकेंगे किराएदार

कैंट बोर्ड अवैध निर्माण को तो ध्वस्त करेगा। साथ ही किराएदारों पर भी नजर रखेगा। बंगलों में रह रहे किराएदारों की वोट खत्म की जाएगी।

वर्जन

सेटेलाइट मैपिंग का ट्रायल हो गया है। जल्द ही इसको शुरू कर दिया जाएगा। इससे अवैध निर्माण पर काफी रोकथाम लगेगी। मैपिंग के माध्यम से जो भी अवैध निर्माण सामने आएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

राजीव श्रीवास्तव सीईओ कैंट बोर्ड