शौचालय बनवाने के लिए परेशान
जी हां कानपुर देहात के रोहिनी गांव की रहने वाली रामकली इन दिनों परेशान हैं। रामकली का कहना है कि उनके घर का शौचालय जर्जर हालत में हैं। वह इसे शौचालय योजना के तहत बनवाने के लिए ग्राम प्रधान से काफी गुहार लगा चुकी हैं लेकिन वह उनकी आवाज को नहीं सुन रहे हैं। कई बड़े अधिकारियों व तहसील तक में भी शिकायत की लेकिन कोई हल नहीं निकला। जब कि उनके पति की मौत हो चुकी है और बेटे की भी माली हालत ऐसी नही है कि वह शौचालय बनवा सके। ऐसे में वह इन दिनों अपने लिए ही शौचालय बनवाने के लिए काफी परेशान हैं।

गांव को बनाया था ओडीएफ मुक्त

बतादें कि रामकली कुछ वर्ष पहले गिर गई थीं। ऐसे में उनके कूल्हे व पैर में चोट आने से पैरो में चोट आ गई थी लेकिन वह हिम्मत नहीं हारी। 72 वर्षीय रामकली डंडे के सहारे चलते हुए अपने गांव को स्वच्छता अभियान के तहत ओडीएफ मुक्त करने के लिए आगे आई थीं। पीएम मोदी के स्वच्छता अभियान में इन्होंने अपने गांव के लोगों को खुले में शौच जाने से रोका था। वह सुबह 4 बजे से ही डंडे के सहारे खेतो में घूमने लगती थीं और महिलाओं व पुरुषों को रोकती थीं। ऐसे में इनके दृढ़ के आगे लोगों ने गांव में अपने-अपने घरों शौचालय बनवा लिया था। इसके बाद यह दूसरे गांवों में भी जानें लगीं।

सीएम योगी ने किया था प्रोत्साहित
ऐसे में बीते साल गांधी जयंती के दिन 2 अक्टूबर 2017 को योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में रामकली को ओडीएफ में सक्रिय भागीदारी के लिए सम्मानित किया था। इन्हें 21 हजार रुपये की चेक प्रमाण पत्र व शाल पहनाकर प्रोत्साहित किया गया था। वहीं जब सिकन्दरा उपचुनाव में सीएम योगी जनसभा करने आए थे उस समय यह उनसे मिलने गई थी।सुरक्षा व्यवस्था में लगी पुलिस ने उन्हें रोक दिया था लेकिन सीएम ने उनकी बात सुनी। इस दौरान सीएम ने उन्हें आश्वासन भी दिया था। वहीं रामकली ने उनके सिर पर हाथ रख उन्हें आशीर्वाद दिया था।

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