चिलुआताल की घटना

-गोताखोरों की मदद से देर शाम तक हुई तलाश

GORAKHPUR: चिलुआताल में मीरपुर गांव के पास राप्ती नदी में मंगलवार को नाव पलट गई। इसमें गांव के ही रूदल पांडेय लापता हो गए। गोताखोरों की मदद से देर शाम तक उनकी तलाश चलती रही, लेकिन उनका पता नहीं चला। आशंका जताई जा रही है कि नदी में डूबने से उनकी मौत हाे गई है।

नदी में छानती रही खाक नहीं िमला बुजुर्ग

मीरपुर गांव के कई लोग नदी के दूसरी तरफ मवेशी लेकर रहते हैं। रूदल यादव दुकानों पर दूध पहुंचाने का काम करते हैं। रोज सुबह वह नाव से नदी पारकर दूध लेने जाते थे। मंगलवार को 11 बजे के करीब एक बड़े डिब्बे में दूध लेकर नाव से घर वापस लौट रहे थे। कुछ और लोग भी नाव में सवार थे। नदी के बीच में आने पर नाव पलट गई। बाकी लोग तो तैरकर किनारे आ गए, लेकिन रूदल पानी के तेज धार में बह गए। हालांकि चश्मदीदों के मुताबिक वे तैर कर किनारे पहुंचने की कोशिश की थी लेकिन रूदल का डिब्बा न छोड़ने की वजह से इसमें सफल नहीं हो सके। उसके नदी में बहने की सूचना होने पर पहुंचे गांव वालों ने तलाश करने की काफी प्रयास किया। बाद में पुलिस ने भी स्थानीय गोताखोरों की मदद से उनको तलाश कराने का प्रयास किया लेकिन उनका पता नहीं चल सका।