SSP साहब, थाने में डूब गए 34 लाख

-सिगरा थाने में पड़े-पड़े बेकार हो गयी पांच सौ और हजार रुपये की पुरानी करंसी

-नोटबंदी के दौर में विभाग को नहीं आयी प्रतिबंधित नोट बदलने की सुधि

-आपराधिक मामलों में बरामद हुए थे रुपये, मालखाने में हैं कैद

VARANASI

एसएसपी साहब आपके पुलिस वालों की मेहरबानी से लगभग फ्ब् लाख रुपये की करंसी थाने में पडे़-पड़े बेकार हो गयी। नोटबंदी से पहले आपराधिक मामलों में बरामद पांच सौ व हजार रुपये के पुराने नोट अभी भी मालखाने में कैद हैं। तमाम कवायदों के बावजूद प्रतिबंधित हो चुके इन पुराने नोटों को अब तक बदला नहीं गया। इस चूक के चलते पुलिस को लाखों रुपये के राजस्व की क्षति उठानी पड़ सकती है।

देर से जागी पुलिस

नोटबंदी के बाद जब पुलिस ने होश संभाला, तब तक काफी देर हो चुकी थी। क्योंकि सभी तरह के गैर सरकारी और सरकारी संस्थाओं के लिए नोट बदलने का टाइम समाप्त हो चुका था। सीधे आरबीआई के थ्रू करंसी जमा कराने का समय भी पूरा हो चुका था। फिलहाल चलन से बाहर हो चुके ये सारे नोट अभी मालखाने में जमा हैं।

शासन से नहीं आया जवाब

हालांकि पुलिस प्रशासन ने पुराने नोटों को बदलने के लिए शासन को लेटर भेजा था। साथ ही लेट होने की वजह दर्शाते हुए शपथ पत्र को भी आवेदन में संलग्न किया गया था। पुलिस ने बताया कि न्यायिक प्रक्रिया पूरी करने में गुजरे वक्त और ट्रांसफर- पोस्टिंग के कारण तत्कालीन पुलिस अधिकारियों के लिए नोट बदलना संभव नहीं था। अब पुलिस को शासन की अनुमति का इंतजार है।

हाईलाइटर

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करंसी पांच सौ के

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करंसी हजार रुपये के

वर्जन

अभी इस बारे में जानकारी नहीं है, मुझे पता करना होगा। इस संदर्भ में पूरी जानकारी लेकर कल मैं आपसे बात करूंगा।

आरके भारद्धाज, एसएसपी, वाराणसी