- क्राइम ब्रांच ने तीन शातिर मोबाइल, लैपटॉप और चेन लुटेरों को किया अरेस्ट, पकड़े गए दो युवक हैं बीटेक और बीबीए के छात्र

- मोबाइल लुटने के बाद अच्छी कीमत पाने के लिए बेचते थे ओएलएक्स पर

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ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढ: अगर आप मोबाइल फोन ओएलएक्स से परचेज करने जा रहे हैं तो अपने लेवल पर थोड़ी जांच-पड़ताल कर लें क्योंकि हो सकता है कि आप जो फोन खरीदें वह लूट या चोरी का हो और आपको जेल भिजवा दे। ये बात हम यूं ही नहीं कह रहे हैं बल्कि इसका खुलासा शुक्रवार को होने के बाद हर कोई सकते में था। क्राइम ब्रांच ने ऐसे ही तीन लुटेरों को लंका इलाके से पकड़ा है जो पिछले दो महीने से लंका, भेलूपुर क्षेत्र में मोबाइल, चेन और लैपटॉप लूटकर पब्लिक को दहशत में डाले हुए थे। पुलिस ने इनके कब्जे से कई महंगे मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं। पूछताछ में पकड़े गए दो लुटेरों ने बताया है कि ये दोनों मोबाइल को लुटने के बाद दूसरे शहर में जाकर ओएलएक्स के जरिए इसे बेचते थे और फिर रुपये आने के बाद जमकर अय्याशी करते थे।

सामनेघाट से किया गिरफ्तार

शुक्रवार को एसपी क्राइम राहुल राज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि लंका और भेलूपुर में हो रही मोबाइल लिफ्टिंग और चेन स्नेचिंग की वारदातों को देखते हुए पड़ताल के लिए क्राइम ब्रांच के इंटेलिजेंस विंग के इंचार्ज एसपी सिंह को लगाया गया था। इस दौरान पड़ताल में पता लगा कि कुछ पढ़ने-लिखने वाले लड़के इन वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। जिसके बाद पुलिस ने जाल बिछाया और शुक्रवार सुबह पुलिस ने लंका सामनेघाट मार्ग पर घेरेबंदी कर गुजर रहे तीन युवकों को रोका और पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया। पूछताछ में पकड़े गए प्रिंस कुमार सिंह निवासी मधुबनी बिहार, ऋषभ पटेल निवासी जमालपुर मिर्जापुर और राजेश पटेल निवासी लंका सुसवाहीं ने लूट की वारदातों में शामिल होने की बात कबूली।

फर्जी कागजात के साथ होता था सौदा

पूछताछ में गैंग के सरगना प्रिंस ने बताया कि वह इन दिनों अपने दोस्त ऋषभ से मिलने बनारस आया था और दोनों ने दो महीने पहले से ही मोबाइल, चेन और लैपटॉप लूटने का काम शुरू किया। प्रिंस ने बताया कि इन दोनों ने मोबाइल लूटने के बाद उसे यूज्ड सामानों को सेल करने की साइट ओएलएक्स को चुना और लूटे गए मोबाइल को इस पर अपलोड कर वह पटना चला गया। वहां जाने के बाद उसने लूटे गए मोबाइल फोंस को वहां सेल किया और ऋषभ का हिस्सा वहीं से उसके बैंक एकाउंट में डालकर अपने हिस्से के पैसे अपने पास रख लिए। एसपी क्राइम के मुताबिक चूंकि लोग अब सेकेंड हैंड फोन के बिल मांगते हैं। इसलिए इन लोगों ने फर्जी फोन बिल्स भी तैयार किए और राजेश पटेल की मदद से फर्जी दुकानों की मोहर बिल पर लगाकर मोबाइल लेने वाले को दे दिया।

शौक के लिए करते थे ये सब

पकड़े गए तीन में से दो युवक स्टूडेंट हैं। एसपी क्राइम ने बताया कि प्रिंस पंजाब के एक कॉलेज में बीटेक सेकेंड ईयर का स्टूडेंट है जबकि ऋषभ बनारस के ही एक मैनेजमेंट कॉलेज में बीबीए के लिए एडमिशन ले चुका था। जबकि राजेश की मोबाइल शॉप है। पुलिस के मुताबिक ओएलएक्स पर लूटे गए फोन को बेचने के बाद पकड़े गए दोनों आरोपी प्रिंस और ऋषभ इन रुपयों से खूब मौज करते थे। प्रिंस ने बताया कि उसने लूट के मोबाइल को बेचने के बाद मिले कुछ रुपये अपनी पढ़ाई के लिए कॉलेज की फीस के लिए जमा किए थे और कुछ रुपये से उसने ब्रांडेड कपड़े और जूते खरीदने के बाद अपनी गर्लफ्रेंड को भी शॉपिंग कराई थी। क्राइम ब्रांच ने इनके पास से पांच मोबाइल, दो लैपटॉप एक टूटी हुई चेन बरामद की है।

ओएलएक्स टीम से भी होगी पूछताछ!

लगातार ओएलएक्स के जरिए चोरी के सामानों को बेचने की खबरे और पकड़े जा रहे कई चोर और लुटेरों के सामने आने के बाद अब क्राइम ब्रांच ओएलएक्स टीम से भी पूछताछ करने जा रही है। क्राइम ब्रांच के मुताबिक इस तरह की घटना कई बार हो चुकी है। पिछले दिनों मंडुवाडीह में भी चोरी की बाइक को ओएलएक्स के जरिए बेचे जाने का खुलासा हुआ था। जिसे देखते हुए कम्पनी से सामान की खरीद फरोख्त को लेकर उसके नियमों और बाकी चीजों के बारे में पूछताछ की बात क्राइम ब्रांच कह रही है।

अपनी ओर से करें पड़ताल

- इन दिनों कई ऐसी साइट्स चल रही हैं जिनके जरिए पुराने सामानों की खरीद फरोख्त की जा रही है

- ओएलएक्स, क्विकर समेत कई साइट्स हैं, इस काम के लिए सबकी फेरवरेट

- इन साइट्स का यूज सबसे ज्यादा यूथ ही करता है

- स्टूडेंट्स और शौकीन लोग सस्ते में अच्छे सामान की चाहत में इन साइट्स से खरीदते हैं सामान

- चूंकि फ्री ऐड डालने और घर बैठे खरीददारों के मिलने के कारण लोग इन साइट्स को पुराने सामानों को बेचने के लिए सबसे अच्छा ऑप्शन मानते हैं

- इसलिए जरूरी है कि कोई पुराना सामान इन साइट्स से खरीदते वक्त थोड़ी पड़ताल कर लें

-खासतौर पर मोबाइल, बाइक, लैपटॉप और कम्प्यूटर्स

- चूंकि इन चीजों के फर्जी बिल तैयार कर आसानी से बेचा जाता है

- इसलिए ऐसा कोई भी सामान इन साइट्स से लेने से पहले बिल पर बताई गई दुकान पर पहुंचकर या कॉल कर सामान के बारे में पड़ताल कर लें

- अगर कोई सामान बहुत सस्ते में मिल रहा है तो उसकी पड़ताल के बाद ही उसे खरीदें