नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर बनारस से निकल चुके हैं जूडो के प्लेयर

-स्टेडियम में खराब स्थिति में प्रैक्टिस करने को मजबूर हैं बनारस के जूडो प्लेयर

VARANASI

जोश और जज्बा इतना कि ओलंपिक कोई बड़ी बात नहीं लेकिन जूडो के लिए जो फेसिलिटी होनी चाहिए वह यहां के खिलाडि़यों को मिल नहीं पा रही है। यहां पर जूडो के प्लेयर स्टेट, नेशनल ही नहीं इंटरनेशनल लेवल तक प्रदर्शन कर चुके हैं और कई खिलाडि़यों ने मेडल भी जीता है। लेकिन कमी सिर्फ इतनी है कि इनकी ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। इनके पास प्रैक्टिस से लिए फ्लोर मैट नहीं है। जगह भी दी गयी है बैडमिंटन कोर्ट के पास जहां जगह मिलने पर वह प्रैक्टिस कर पाते हैं।

जगह ही नहीं है

पिछले करीब ख्ख् साल से बनारस के सिगरा स्टेडियम में जूडो की ट्रेनिंग हो रही है। यहां के रमाकांत यादव, विजय यादव, रामाश्रय यादव, सुभाष यादव, ब्रजेश यादव, जितेंद्र पटेल, अजय यादव समेत करीब ब्0 प्लेयर्स ने मेडल्स की बौछार लगायी है। इसके बाद भी यहां के खिलाड़ी खुद को निखारने में लगे हुए है। इन्हें ट्रेंड करने में उनका साथ देते हैं जूडो कोच लाल कुमार जो पिछले ख्ख् साल से यहां पर हैं।

फिलहाल ओलंपिक है सपना

जिस स्थिति में यहां के जूडो प्लेयर खेल रहे है उससे साफ यहां के प्लेयर ओलंपिक तक नहीं पहुंच पायेंगे। टैलेंट की कमी नहीं है लेकिन सुविधाओं के अभाव में ये हालत है।

यहां पर जूडो के बहुत अच्छे खिलाड़ी है लेकिन उन्हें प्लेटफ ॉर्म अच्छा नहीं मिल पा रहा है। खिलाडि़यों को कुछ फेसिलिटी मिलने लगे तो ओलंपिक में गोल्ड मारना कोई मुश्किल नहीं होगा।

लाल कुमार, कोच

यहां पर हमें खेलने के लिए बहुत फेसिलिटी नहीं मिली है। अगर कुछ सुविधाएं और मिले तो जूडो में इंटरनेशनल लेवल ही नहीं ओलंपिक में भी अच्छा कर सकते हैं।

सुभाष यादव