RANCHI : राजधानी रांची में अब बिजली की ऑनलाइन मॉनिटरिंग स्काडा सिस्टम से की जाएगी। इस सिस्टम के मार्फत झारखंड बिजली वितरण निगम के मुख्यालय से सीधे बिजली व्यवस्था की मॉनिटरिंग होगी। इससे पलभर में यह पता चल जाएगा कि शहर के किस इलाके में बिजली कब से और क्यों गुल है। लाइन में ब्रेकडाउन की जानकारी मिलने के बाद मरम्मत का काम चल रहा है या नहीं, इसकी भी निगम मुख्यालय को ऑनलाइन जानकारी मिलती रहेगी। रांची एरिया बोर्ड के जीएम धनेश झा ने बताया कि इस सिस्टम से लाइन में खराबी को लेकर इंजीनियर्स को ऑनलाइन दिशा निर्देश भी दिए जा सकते हैं। ऐसे में स्काडा सिस्टम के जरिए पावर सप्लाई सिस्टम को दुरुस्त व बेहतर बनाने में काफी हद तक मदद मिलेगी।

बिजली चोरों पर शिकंजा

स्काडा सिस्टम बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने में काफी कारगर साबित होगा। इस सिस्टम से न सिर्फ ऑनलाइन पता चल जाएगा कि किस इलाके में सबसे ज्यादा बिजली चोरी हो रही है, बल्कि उसे रोकने में भी मदद मिलेगी। इसके अलावा किस ग्रिड से किस स्टेशन को कितनी बिजली दी जा रही है। साथ ही उन स्टेशनों से ट्रांसफार्मर्स व उससे घरों में कितनी बिजली आपूर्ति की जा रही है, यह भी ऑनलाइन मालूम चल जाएगा।

बनाए जा रहे 12 सब स्टेशन

जीएम धनेश झा ने बताया कि एपीडीआरईपी योजना के तहत रांची में 12 सब -स्टेशन बनाये जा रहे हैं। इसमे से चार सब-स्टेशन बनकर पूरी तैयार हो गए हैं बस उनको शुरू करना है। इसके अलावे आठ सब स्टेशन में काम शुरू हो चुका है जिसे जल्द ही पूरा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि रांची में बिजली की जो किल्लत हो रही है वह इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के कारण हो रही है। अक्टूबर तक सभी कार्य पूरा करने का समय तय किया गया है, इसके बाद बिजली की स्थिति नार्मल हो जाएगी।

रिम्स को मिल रही फुल बिजली

बिजली विभाग के रांची एरिया के जीएम धनेश झा ने बताया कि रिम्स को जरूरत के हिसाब से हर दिन बिजली आपूर्ति की जा रही है, लेकिन वहां से बार-बार यह शिकायत आती है कि बिजली नहीं होने से इलाज प्रभावित हुआ या ऑपरेशन टाल दिए गए। दरअसल नेटवर्क में गड़बड़ी के कारण रिम्स में पावर सप्लाई बाधित होती है।