IAS की संदिग्ध हालात में मौत पर विपक्ष का वॉक आउट

- विधानसभा में चौथे दिन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष का हंगामा

- लचर कानून-व्यवस्था का आरोप लगाते हुए समूचे विपक्ष ने जताया विरोध

LUCKNOW:

विधानसभा के विशेष सत्र के चौथे दिन विपक्ष ने लखनऊ में कर्नाटक कैडर के आईएएस की संदिग्ध हालत में मौत को हत्या मानते हुए सदन से वॉक आउट कर दिया। इससे पहले सपा, बसपा और कांगे्रस सदस्यों ने कानून-व्यवस्था की स्थिति को लचर बताया तो संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने घटना के दोषियों को जल्द सलाखों के पीछे करने और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई किए जाने की बात कही।

'सरकार निकम्मी है'

सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दलों के सदस्यों ने आईएएस अधिकारी की मौत के मामले में चर्चा कराने की मांग रखी। नेता विरोधी दल राम गोविंद चौधरी ने कहा कि वीआईपी इलाके में आईएएस की हत्या हुई है। वहीं कांग्रेस के अजय कुमार 'लल्लू' ने कांग्रेस नेता मुन्नी देवी की हत्या की कोशिश का मामला उठाया। इसके बाद कांग्रेस सदस्य नारा 'कानून-व्यवस्था दे न सके जो, वह सरकार निकम्मी है' लगाते हुए सदन से बाहर चले गये। वहीं बसपा के लालजी वर्मा ने कहा कि संसदीय कार्य मंत्री बात नहीं सुनते हैं। यह सदन की परंपरा का उल्लंघन है। इसके बाद सपा और बसपा के सदस्यों ने भी सदन से वॉक आउट कर दिया।

सरकार ने रखा पक्ष

वहीं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने सदन को अवगत कराया कि दिवंगत आईएएस के परिजनों का आरोप है कि वह कर्नाटक की कांग्रेस सरकार के हजारों करोड़ रुपये के घोटाले का खुलासा करने वाले थे। सरकार इस मामले को लेकर खासी संवेदनशील है, इसलिए चार डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया है। सरकार इस मामले में कुछ छिपाना नहीं चाहती है और दोषियों को सख्त सजा देने के पक्ष में है।