- 22 दिन पूर्व जल गई थी, ऑपरेशन से निकला मरा हुआ नवजात

- ससुरालियों पर जलाने का आरोप, हाईवे जाम करने का प्रयास किया

फीरोजाबाद: पिछले दिनों आग से झुलसी गर्भवती महिला की उपचार के दौरान शनिवार सुबह मौत हो गई। ऑपरेशन से निकाला गया बच्चा भी मृत था। गुस्साए परिजनों ने जमकर हंगामा कर हाईवे पर जाम लगाने की कोशिश की। परिजनों का आरोप था कि मुकदमा दर्ज होने के बाद भी पुलिस ससुरालियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है।

बच्चा भी मृत पाया गया

टूंडला के गांव नागऊ में आठ माह की गर्भवती रजनी दो दिसंबर को आग से गंभीर रूप से जल गई थी। हालत गंभीर होने पर रजनी को आगरा रेफर कर दिया गया। हालत में सुधार न होने पर परिजन फीरोजाबाद ट्रॉमा सेंटर ले आए। चिकित्सकों ने ऑपरेशन कर नवजात बच्चा निकाला, लेकिन वह मरा हुआ था।

कई बार जाम लगाने का प्रयास

शनिवार सुबह उपचार के दौरान रजनी की मौत भी हो गई। इसकी खबर लगते ही परिजन भड़क उठे। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कई बार हाईवे व सर्विस मार्ग पर जाम लगाने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें बमुश्किल शांत किया। तनाव को देखते हुए कई थानों का फोर्स और पीएसी मौके पर पहुंच गई।

दहेज की मांग कर रहे थे

हिमायूंपुर निवासी रजनी के पिता रामवीर ने बताया कि चार जून 2013 को बेटी की शादी नागऊ निवासी दिलीप कुमार के साथ की थी। उनका आरोप है कि दहेज के लिए ससुरालियों ने उसे जला दिया। रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद भी पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के कोई प्रयास नहीं किए। सीओ टूंडला केहर सिंह राना का कहना है कि पूर्व में दर्ज मुकदमा हत्या में तरमीम हो जाएगा। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।