शारदीय नवरात्रि के पहले दिन ललिता देवी व मां कल्याणी देवी मंदिर में शैलपुत्री स्वरूप का हुआ पूजन-अर्चन

ALLAHABAD: शारदीय नवरात्रि के पहले दिन देवी मंदिरों में मां भगवती का दर्शन करने के लिए आस्था की भीड़ उमड़ पड़ी। शक्तिपीठ अलोपशंकरी, सिद्धपीठ ललिता देवी मंदिर व कल्याणी देवी मंदिर व मां खेमामाई सहित अन्य मंदिरों का परिसर मां भगवती के जयकारे से गूंज उठा। मां कल्याणी देवी व मां ललिता देवी मंदिर में अभिजीत मुहूर्त में विधि-विधान से कलश स्थापना के साथ शतचंडी पाठ शुरू हुआ तो अलोपशंकरी मंदिर में मां का पालना छूने के लिए श्रद्धालुओं में होड़ लगी रही। कल्याणी देवी मंदिर में पं। श्यामजी पाठक के आचार्यत्व में चांदी का चेहरा व आभूषण धारण किए हुए शैलपुत्री स्वरूप में कल्याणी देवी का श्रृंगार बहुरंगी फूलों से किया गया। दोनों मंदिरों के परिसर में दुर्गा सप्तशती का पाठ शुरू हुआ। शाम को चांदी के बहुपात्रों से मां की आरती उतारी गई।

घरों में हुआ कलश स्थापित

नवरात्रि के पहले दिन शुभ मुहूर्त में ही लोगों ने अपने घरों में कलश स्थापित किए। खासतौर से अभिजीत मुहूर्त में पूर्वान्ह 11.36 बजे से लेकर दोपहर 12.24 बजे के बीच सबसे ज्यादा कलश स्थापना की गई। बड़े-बुजुर्गो व महिलाओं ने पूजा घरों में विधि-विधान से पूजन कराया। मां का आशीष पाने के लिए लोगों ने व्रत रखा।