आज ही खत्म हुआ था 28 साल का सूखा

कानपुर। भारत और इंग्लैंड के बीच हमेशा से मैच रोमांचक रहा है। मौजूदा सीजन में इन दोनों देशों के बीच भले ही टेस्ट सीरीज 1 अगस्त से खेली जाएगी। मगर चार साल पहले आज ही के दिन एक ऐसा टेस्ट मैच खत्म हुआ था जो इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया। ईएसपीएन क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, एमएस धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने 28 साल बाद लॉर्ड्स के मैदान पर इंग्लैंड को टेस्ट में मात दी थी। 1986 के बाद इस मैदान पर कभी इंडियन टीम को जीत नहीं मिली थी मगर धोनी और उनकी टीम के धुरंधरों ने 28 साल के इस सूखे को खत्म करके नया इतिहास रच दिया था।

इस मैदान पर जीते हैं सिर्फ दो टेस्ट मैच

इस मैच में धोनी की कप्तानी ने इंग्लैंड को 95 रनों से हराया था। इससे पहले 1986 में कपिल देव के नेतृत्व में इंडिया ने लॉर्ड्स के मैदान पर इंग्लैंड को हराया था। इंडियन टीम का लॉर्ड्स मैदान पर एक अनोखा रिकार्ड है। लॉर्ड्स में 82 साल के इतिहास में इंडियन टीम अब तक सिर्फ एक ही टेस्ट मैच जीत पायी थी, ये उसकी दूसरी जीत थी। इसके साथ ही अब तक यहां खेले गये 17 टेस्ट मैचों में इंडिया को 11 बार हार का सामना करना पड़ा है, जबकि 4 मैच ड्रा रहे हैं।

54 साल तक चली हार

इंडियन टीम का इस ग्राउंड में हार का सिलसिला काफी सालों पुराना है। इंडियन टीम को 54 सालों तक यहां जीत नसीब नहीं हुई थी। 1932 से 1986 के बीच इन 54 सालों में टीम इंडिया दो टेस्ट मैच ड्रा कराने में तो सफल रही लेकिन जीत अभी तक नहीं मिल पाई थी। इसके बाद 1986 में लॉर्ड्स के मैदान पर कपिल देव की कप्तानी में टीम इंडिया पहली बार पांच विकेट से टेस्ट मैच जीती थी। आपको ये भी बता दें कि 1932 में लॉर्ड्स के मैदान पर टीम इंडिया ने पहली बार मैच खेला था और तब इंग्लैंड ने टीम इंडिया को 152 रनों से कारार शिकस्त दी थी।

9 प्लेयर खेले पहली बार

साल 2014 में जब भारत लॉर्ड्स में जीता तब इंडियन टीम में धोनी और विराट कोहली को छोड़कर टीम इंडिया के सभी प्लेयर्स पहली बार लॉर्ड्स में खेलने उतरे थे। धोनी और कोहली पिछले सीजन में यहां पर खेल चुके थे। इंडियन टीम के मीडियम पेसर बॉलर भुवनेश्वर कुमार के लिये ये टेस्ट सीरीज ऐतिहासिक रही। लगातार दो टेस्ट की एक-एक पारी में 5-5 विकेट और हॉफसेंचुरी बनाने वाले दुनिया के तीसरे ऑल राउंडर बन गये थे। हालांकि विराट के लिए यह मैच कुछ खास नहीं गुजरा। कोहली ने पहली पारी में 54 तो दूसरी पारी में जीरो रन बनाकर आउट हुए थे, फिर भी भारत की जीत पर भारतीय फैंस खुश हुए क्योंकि यह 28 साल बाद आई थी। आपको जानकर हैरानी होगी कि क्रिकेट के सबसे बेहतरीन मैदानों में से एक लॉर्ड्स पर रन बनाना कभी भी आसान नहीं रहा है। लॉर्ड्स के लगभग 200 साल के इतिहास में सिर्फ तीन बार ही 200 या इससे बड़े लक्ष्य को हासिल कर कोई टीम जीत दर्ज कर सकी है।

सचिन कभी नहीं बना पाए सेंचुरी

क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर भी लॉर्ड्स के मैदान में कभी सेंचुरी नहीं लगा पाये। यहां गावस्कर जैसे बड़े-बड़े प्लेयर्स के पसीने छूट गये। मगर 2014 में अजिंक्य रहाणे यहां शतक लगाने में जरूर कामयाब रहे। तब रहाणे को टेस्ट खेले सिर्फ एक साल हुआ था मगर सेलेक्टर्स ने उनके ऊपर भरोसा जताया और टीम में रख लिया। भारत की तरफ से रहाणे को छोड़ कोई भी बल्लेबाज शतक नहीं लगा पाया था। रहाणे ने उस मैच की पहली पारी में 103 रन की पारी खेली थी।

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