यह जानना जरूरी

-4500 यूनिट ब्लड हर माह जरूरत होती है

- 800 वॉलेंटियर करते हैं ब्लड डोनेट

-5 घंटे में ही यूज होना चाहिए डोनेट किया गया ब्लड

-350 मिली. ब्लड 45 से 55 किलो तक के वेट के लोगों से लेते हैं

-450 मिली ब्लड 55 किलो से अधिक वेट के लोगों से लेते हैं

-18 से 60 साल तक कोई भी स्वस्थ्य व्यक्ति ब्लड कर सकता डोनेट

-12.5 से कम नहीं होना चाहिए हीमोग्लोबिन

-ब्लड डोनेट करने वाले वॉलेंटियर ने बताया कि ब्लड डोनेट करने से मिलती खुशी

-ब्लड डोनेट करने के बाद 4 से 5 दिन में बन जाता है फिर से ब्लड

'आओ करें रक्तदान, बचाएं किसी की जान'

bareilly@inext.co.in

BAREILLY: आज रक्तदान दिवस है. शहर में जहां कई ऐसे लोग है जो बिना मतलब के कुछ नहीं करते हैं. वहीं कुछ ऐसे भी लोग हैं जो स्वेच्छा से ब्लड डोनेट कर हजारों लोगों की जानें बचा रहे हैं. दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने थर्सडे को शहर में ऐसे ही वॉलेंटियर से बात कर उनके बारे में जाने. यह वॉलेंटियर हर माह 3.5 हजार यूनिट ब्लड डोनेट कर 14 हजार लोगों की जान बचाते हैं. वहीं आईएम ब्लड बैक के डॉक्टर्स का कहना है कि एक स्वस्थ्य व्यक्ति के शरीर में 5 लीटर रक्त होता है. इसमें एक लीटर एक्सट्रा होता है. उसमें से यदि 350-450 मिली. डोनेट करके किसी को जीवनदान दिया जा सकता है. वहीं 4-5 दिन में ब्लड बन जाता है. जिस दिन रक्त दान करें उस दिन पानी और फ्लुइड्स ज्यादा ले. एक स्वस्थ व्यक्ति हर तीन महीने में एक बार रक्तदान कर सकता है.

इसलिए करें ब्लड डोनेट

-ब्लड डोनेट करने से खुशी मिलती है.

-बॉडी में नया रक्त का संचार होता है.

-ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है

-हार्ट की बीमारी के चांसेज कम होते हैं.

-ब्लड टेस्ट हो जाता है.

-हीमोक्रोमाटोसिस नहीं जमा होता है.

इन्हें पड़ती है जरूरत

-थैलेसीमिया के बच्चो के लिए

-ऑपरेशन करवाने के लिए

-डायलिसिस के लिए

-कैंसर पीडि़त रोगियों के लिए

यह प्रॉब्लम हो तो न करें ब्लड डोनेट

-अगर दिल का कोई रोग हो ब्लड नही दे सकते.

-इन्सुलिन डायबिटिक पेशेंट्स नहीं कर सकते हैं.

-अल्कोहलिक होने पर ब्लड डोनेट नहीं कर सकते हैं.

-एचआइवी से पीडि़त रोगी

शहर में ज्यादा से ज्यादा लोगों को रक्तदान चाहिए ताकि ब्लड की कमी से किसी की जान न जाए. हमारी एक्सचेंज पालिसी बंद हो जाए जैसे की व‌र्ल्ड के पश्चिमी और दशिण भागों में है. रक्तदान सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण दान है. मेरी कोशिश है कि आने वाले समय में 5000 रक्त दाता शहर में हों.

डॉ. अंजू उप्पल, डायरेक्टर, आईएमए ब्लड बैंक

जान बचाने के लिए जरूरी नहीं है कि आप डॉक्टर हों. सभी लोगों को रक्तदान करना चाहिए और सबसे ज्यादा यूथ को आगे आना चाहिए. रक्तदान करने से आपका कोई नुकसान नहीं होता हैं. इससे आप एक जिन्दगी बचा सकते हैं.

-डॉ. पारुल प्रिया, मेडिकल ऑफिसर, आईएम ब्लड बैंक

रक्तदान से बढ़ा कोई दान नहीं है. इससे आपकी सेहत अच्छी होती है. आपका खून नया बनता है और खून साफ रहता है. साथ ही मन को भी काफी अच्छा लगता है. हाइपर टेंशन की बीमारी दूर होती है. मेरी सबसे अपील है कि रक्तदान हमेशा करें और स्वस्थ रहें.

डॉ. एसएल भसीन, चैरिटेबल क्लीनिक