-को-ऑपरेटिव कॉलेज में प्रिंसिपल चैंबर का ताला तोड़ा गया, प्रोफेसर इंचार्ज को चेयर पर बिठाया

-एबीवीपी डॉ रजी को प्रोफेसर इंचार्ज बनाए जाने का विरोध कर रहे थे, कॉलेज में की तोड़फोड़

-एनएसयूआई और जेसीएम डॉ रजी के पक्ष में खड़े हुए, डॉ रजी ने कुछ लड़कों पर हाथ पकड़कर खींचने का आरोप लगाया

JAMSHEDPUR: को-ऑपरेटिव कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ आरके दास के सस्पेंशन और डॉ एसएस रजी को कॉलेज का प्रोफेसर इंचार्ज बनाए जाने का विरोध बुधवार को हंगामे में तब्दील हो गया। केयू के इस फैसले का विरोध करते हुए एबीवीपी द्वारा सैटरडे को ही प्रिंसिपल चैंबर में ताला लगा दिया गया था। बुधवार को दो स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन एनएसयूआई और जेसीएम ने प्रिंसिपल चैंबर का ताला तोड़कर डॉ रजी को चेयर पर बिठाया। लेकिन इससे पहले स्टाफ रूम में काफी बवाल हो चुका था।

और शुरू हो गई ताेड़फोड़

प्रिंसिपल चैंबर में ताला लगा होने की वजह से प्रोफेसर इंचार्ज डॉ एसएस रजी स्टाफ रूम में बैठे हुए थे। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं का कहना है कि वे डॉ रजी से रिक्वेस्ट करने गए थे कि वे प्रिंसिपल चैंबर में न बैठें और दूसरी जगह चाहे कहीं भी बैठकर काम करें। इसी दौरान कुछ टीचर्स ने इसपर आपत्ति जताई और एबीवीपी के मेंबर्स से कहा कि वे यूनिवर्सिटी से जाकर बात करें। यह सुनते ही एबीवीपी के कार्यकर्ता नाराज हो गए और तोड़फोड़ शुरू कर दी। स्टाफ रूम में रखे चेयर और टेबल तोड़ डाले। एबीवीपी के करीब ख्0 कार्यकर्ता इस दौरान प्रजेंट थे।

एनएसयूआई और जेसीएम उतरा समर्थन में

एबीवीपी के तोड़फोड़ के बाद एनएसयूआई और जेसीएम डॉ रजी के समर्थन में खुलकर सामने आ गए। पिछले ब् दिनों से प्रिंसिपल चैंबर में लगा ताला तोड़ दिया और स्टाफ रूम से डॉ रजी को साथ लेकर आए और प्रिंसिपल चैंबर में बिठाया। डॉ रजी को बुके देकर स्वागत किया और केयू के एक्शन को सही बताया। एनएसयूआई की तरफ से हरेराम टुडू, सनी, प्रभजोत सिंह, सुजीत कुमार और युसूफ खान के अलावा जेसीएम से सरफराज और हेमंत पाठक के अलावा अन्य प्रजेंट थे।

पहुंची पुलिस तो मामला शांत हुआ

कैंपस का माहौल बिगड़ता देख पुलिस को बुलाया गया। हंगामे और नारेबाजी को देखते हुए कॉलेज से ही किसी ने पुलिस को इन्फॉर्म किया। थोड़ी ही देर में वज्र वाहन के साथ ही अच्छी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कॉलेज कैंपस में कर दी गई। पुलिस के पहुंचने के बाद गरम होता जा रहा माहौल शांत हुआ।

हाथ पकड़कर खींचा

कॉलेज के प्रोफेसर इंचार्ज डॉ एसएस रजी ने कहा कि एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने उनके साथ मिसबिहेव किया और उनका हाथ पकड़कर खींचा। दूसरी तरफ एबीवीपी ने डॉ रजी के इस आरोप का खंडन किया। एबीवीपी के रविप्रकाश और सुखदेव ने बताया कि वे टीचर के साथ इस तरह का बिहेव नहीं कर सकते।

नहीं चलेगी दलाली, आई कार्ड से मिलेगी एंट्री

प्रोफेसर इंचार्ज बनने के बाद पहली बार प्रिंसिपल चैंबर में बैठने के बाद डॉ एसएस रजी ने आई नेक्स्ट से बात की। उन्होंने कॉलेज के माहौल को सुधारने के लिए किस तरह के कदम उठाने की बात कही, आइए जानते हैं

आई कार्ड वालों को ही िमलेगी एंट्री

कॉलेज कैंपस में अक्सर हंगामे को देखते हुए कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन स्टूडेंट्स और स्टाफ को आई कार्ड प्रोवाइड कराएगा। जिनके पास आई कार्ड होगा उन्हें ही कैंपस में एंट्री दिए जाने की बात डॉ रजी ने की। उनका कहना था कि इससे बाहरी लोगों का कैंपस में घुसना बंद हाे जाएगा।

दलाली नहीं चलने देंगे

डॉ एसएस रजी ने कहा कि कॉलेज में एडमिशन और दूसरे मामलों में कुछ लोग दलाली कर रहे हैं, जिसे वह बंद करेंगे। डॉ रजी को एनएसयूआई और जेसीएम के कुछ छात्र नेताओं ने इसकी जानकारी दी और इसे जल्द से जल्द रोकने की मांग की।

7भ् परसेंट अटेंडेंस जरूरी

स्टूडेंट्स के कॉलेज कैंपस से दूर होते जाने पर चिंता जाहिर करते हुए डॉ रजी ने कहा कि स्टूडेंट्स को इंकरेज किया जाएगा ताकि वे क्लास अटेंड करें। इसके साथ ही उन्होंने साफ कहा कि 7भ् परसेंट अटेंडेंस होने पर ही वे स्टूडेंट्स को एग्जाम में एपीयर होने देंगे।

एचआरडी के अधिकारी से जांच कराएंगे

डॉ एसएस रजी ने बताया कि कैंपस में बन रहे पीजी बिल्डिंग की जांच वे एचआरडी के अधिकारी से कराएंगे। उनका कहना था कि एचआरडी के अधिकारी ओके करेंगे, तो ठीक नहीं तो बिल्डिंग को ध्वस्त करा देंगे।

वीमेंस कॉलेज की प्रोफेसर इंचार्ज का भी स्वागत किया

को-ऑपरेटिव कॉलेज से निकलने के बाद एनएसयूआई और जेसीएम के छात्र नेता वीमेंस कॉलेज पहुंचे और वहां की नई प्रोफेसर इंचार्ज डॉ सुजाता सिन्हा को प्रिंसिपल चैंबर में चेयर पर बिठाकर उनका बुके देकर स्वागत किया और आगे भी साथ देने की बात कही। एबीवीपी द्वारा को-ऑपरेटिव के साथ ही वीमेंस कॉलेज में भी प्रोफेसर इंचार्ज के अप्वॉइंटमेंट का विरोध किया गया था और वीमेंस कॉलेज की प्रोफेसर इंचार्ज को भी चैंबर में नहीं बैठने ि1दया था।

मैं पहले भी सीनियर थी पर इग्नोर किया गया था

वीमेंस कॉलेज की प्रोफेसर इंचार्ज डॉ सुजाता सिन्हा ने कहा कि वह सीनियर मोस्ट टीचर हैं। उनका कहना था कि इससे पहले भी प्रोफेसर इंचार्ज के अप्वॉइंटमेंट के समय वे सीनियर थीं पर उस समय उन्हें इग्नोर कर दिया गया था, लेकिन अब उन्हें यह जिम्मेवारी मिली है तो उसे निभाएंगी। उन्होंने सभी को साथ लेकर चलने की बात कही। उनका कहना था कि उनकी प्रायोरिटी सिर्फ स्टूडेंट्स हैं और उनके हित में काम करने के लिए सभी का सहयोग जरूरी होगा।