-बैंक ऑफ बड़ौदा की चमड़ा मंडी शाखा में हुआ फर्जीवाड़ा

-जिसकी गारन्टी लगाई गई उसकी मौत लोन लेने के छह साल पहले हो चुकी

KANPUR : बेकनगंज में बैंक ऑफ बड़ौदा की चमड़ा मंडी शाखा में मुर्दे की गारंटी पर कंपनी को एक करोड़ का लोन देने का मामला सामने आया है। बैंक अफसरों को इस फर्जीवाड़े का तब पता चला। जब प्रोपराइटर और उसकी गारंटी लेने वाली की प्रापर्टी को कब्जे में लेने की प्रक्रिया शुरू की गई। शाखा प्रबंधक ने मामले को संज्ञान में लेकर हुए कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी। कोर्ट के आदेश पर इंस्पेक्टर ने शनिवार को कंपनी प्रोपराइटर और उसके साथी के खिलाफ संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

2009 में एक करोड़ की क्रेडिट करा ली

चमड़ा मंडी स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा में फहीमाबाद निवासी मुमताज अहमद सिद्दीकी का करंट एकाउंट था। यह एकाउंट मेसर्स मुमताज ट्रेडिंग कंपनी के नाम पर था। जो 19 जनवरी 2005 से चल रहा था। मुमताज इस कंपनी का प्रोप्राइटर है। मुमताज ने 9 जनवरी 2007 को कंपनी के नाम पर बैंक से 4.40 लाख रुपये का लोन लिया था। जिसमें उन्होंने फहीमाबाद के मिफ्ताउल अनवर की गारंटी लगाई थी। शाखा प्रबंधक के मुताबिक मिफ्ताउल ने गारंटी में अपने मकान को रखा था। मुमताज ने 14 दिसंबर 2007 को लोन बढ़वाकर 9.90 लाख करवा लिया। इसी तरह मुमताज ने क्रेडिट बढ़वाकर 60 लाख और फिर 9 सितंबर 2009 को एक करोड़ की क्रेडिट करा ली। इसके बाद मुमताज ने पैसा निकालकर हड़प लिया।

फर्जी पेपर लगाकर लोन लिया

बैंक ने पहले लोन अदा करने के लिए मुमताज और उनके गारंटर मिफ्ताउल को नोटिस भेजी, लेकिन जब नोटिस का जवाब नहीं आया तो बैंक मुमताज के एल्डिको अपार्टमेंट स्थित फ्लैट को जब्त कर नीलाम कर दिया। इसके बाद जब बैंक ने मिफ्ताउल के मकान को कब्जे में लेने की प्रक्रिया शुरू की। तब बैंक अफसरों को पता चला कि मिफ्ताउल की मौत 10 नवंबर 2001 को हो चुकी है। बैंक ने जब मुमताज को लोन दिया था। तब मिफ्ताउल जिंदा नहीं थे। उनके फर्जी पेपर लगाकर मुमताज ने लोन लिया है। इसे संज्ञान में लेकर शाखा प्रबंधक ने मुमताज और उनके साथी अब्दुल कुद्दूस के खिलाफ कोर्ट में अर्जी दी थी। जिसमें कोर्ट ने बहस सुनने के बाद रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश दिया। इंस्पेक्टर का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही सच्चाई सामने आ जाएगी।