- मौके से एक लाख आठ हजार रुपये हुए बरामद

Kharkhoda : हापुड़ रोड पर कैली स्थित मैनेजमेंट कालेज के सामने शुक्रवार तड़के फूड ऑयल से लदे टैंकर व सीमेंट से लदे ट्रक की जबरदस्त भिड़ंत हो गयी। टैंकर चालक की दर्दनाक मौत हो गयी। वहीं, पुलिस ने क्षतिग्रस्त केबिन काटकर दो घायलों को उपचार के लिए मेडिकल में भर्ती कराया। उधर, मौके से एक लाख आठ हजार रुपये भी बरामद हुए।

मौके पर हो गई मौत

पुलिस के अनुसार थाना भोजपुर क्षेत्र के मछरी निवासी परवेज पुत्र इसरार टैंकर में हरियाणा से फूड ऑयल लादकर हापुड़ जा रहा था। रात भर टीपी नगर में बिताने के बाद शुक्रवार तड़के करीब चार बजे टैंकर लेकर कैली स्थित मैनेजमेंट कालेज के सामने पहुंचा तो सीमेंट से लदे ट्रक से जबरदस्त भिड़ंत हो गयी। दोनों वाहनों के केबिन के परखच्चे उड़ गये। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से केबिन काटकर फंसे लोगों को बाहर निकाला लेकिन टैंकर चालक का सिर धड़ से अलग था। वहीं, हेल्पर देवेंद्र पुत्र नत्थू निवासी अमरोहा व ट्रक चालक विश्वकर्मा पुत्र रामकिशोर निवासी परतापुर मेरठ गंभीर रूप घायल हो गये। पुलिस ने परवेज के शव को समेट कर पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया वहीं, घायलों को उपचार के लिए मेडिकल में भर्ती कराया।

मोटी रकम पर एक दूसरे के दावे

घटना स्थल से भले ही क् लाख 8 हजार रुपये ही बरामद हुए हो लेकिन जहां टैंकर स्वामी के साथ आए लोगों ने अपनी एक लाख 7ख् हजार रुपये की रकम बताई। वहीं, सीमेंट से लदे ट्रक चालक के साथियों ने म्0 हजार रुपये अपने होने की बात कहीं। उधर, मामला उलझता देख पुलिस ने उक्त रकम थाने पर जमा कर ली। एसओ का कहना है दोनों पक्षों में तय हो जाने पर रकम लौटा दी जाएगी।

क्षतिग्रस्त वाहनों में घंटों फंसे घायल

खरखौदा : टैंकर व ट्रक की भिड़ंत इतनी जबरदस्त थी कि दोनों वाहनों के केबिन खत्म हो गये। टैंकर चालक परवेज के सिर के टुकड़े बिखर गये जिन्हें बीनने पड़े। वहीं, ट्रक चालक विश्कर्मा के पैरों ही हड्डिया बिखरी पड़ी थी। घंटों बुरी तरह फंसे रहे।

जाम से भी जूझे लोग

खरखौदा : क्षतिग्रस्त वाहनों की वजह से अन्य वाहन भी जाम में फस गये। पुलिस पहुंचने तकलंबी लंबी कतार लग गयी। पुलिस ने मशक्कत कर मार्ग सुचारू कराया। टैंकर कहा से आया और रिफाइंड या सरसों का ऑयल है, हापुड़ में किस व्यापारी के यहां जा रहा था इसको लेकर पुलिस घंटो जूझती रही लेकिन कोई भी सुलझाकर नहीं दे रहा था। यहां तक ऑयल स्वामी के नाम को भी छिपाने का प्रयास किया जा रहा था। आखिर रिपोर्ट दर्ज में मृतक के परिजनों ने ही उक्त रकम को अपनी बताई। हालांकि एक भाजपा विधायक ने ऑयल व्यापारी के पक्ष में फोन कर उक्त रकम के बारे में एसओ से बात की।