RANCHI: राजधानी पुलिस की कार्यशैली एक बार फिर से सवालों के घेरे में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निजी सचिव राजीव टोपनो के भाई रांची आकाशवाणी में एनाउंसर के पद पर तैनात ओली मिंज के खाते से साइबर अपराधियों ने एक लाख रुपए उड़ा लिए थे।

क्या है मामला

ओली मिंज जब इस मामले को लेकर पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज करवाने पहुंचे तो उन्हें रांची के पांच थानों के चक्कर लगाने पड़े। लेकिन फिर भी एफआईआर दर्ज नहीं हुई। शनिवार की सुबह जैसे ही रांची पुलिस के अधिकारियों को जानकारी मिली कि ओली मिंज प्रधानमंत्री के निजी सचिव राजीव टोपनो के भाई हैं तो उनके होश उड़ गए। रांची के डोरंडा थाना प्रभारी रमेश सिंह ओली मिंज के घर पहुंचे और वहीं उनकी एफआईआर दर्ज की। ओली मिंज ने बताया कि शनिवार की सुबह 9 बजे डोरंडा थाना प्रभारी खुद उनके घर पहुंचे और उनसे एफआईआर की कॉपी ली।

नौकरी दिलाने के नाम पर 20 हजार की ठगी

डोरंडा की एक महिला रेलवे में नौकरी पाने के लिए अपना पायल बेच दी और कर्ज भी ले लिया और सहेली के पति को 20 हजार रुपए दिया। लेकिन, उसे न नौकरी मिली और अब तो सहेली का पति फोन भी रिसीव नहीं कर रहा है। बेरोजगार शकुंतला कुमारी अपने पैसे की मांग को लेकर चुटिया थाना पहुंची। वहां वह मंजू मरांडी नामक महिला दारोगा से मिलीं। इसके बाद जब शकुंतला के बताए नंबर पर कॉल किया गया तो उधर से एक महिला संगीता ने फोन उठाया। बताया कि उसने पैसे नहीं लिए हैं, उसके पति मोटू मिंज ने नौकरी दिलाने के नाम पर पैसा लिया है। जब थाना से फोन किया गया तो कहा गया कि वह पैसे लौटा देगा।