-सर्वे में सामने आया पिछली सरकार का खेल, बड़ी संख्या में मिल रहे अपात्रों के राशन कार्ड

-कोटेदारों ने भी बनवा रखे हैं छद्म नामों से कार्ड, हर महीने राशन की उठान भी दिखाते थे

KANPUR : गरीबों का राशन कार्ड नहीं बना लेकिन तमाम ऐसे लोगों के राशन कार्ड बना दिए गए जो नियम के मुताबिक पात्र नहीं थे। अब नए सर्वे में अपात्रों के राशन कार्ड सामने आने पर अब कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। ऐसे राशन कार्डो की संख्या करीब एक लाख से ज्यादा हो सकती है। अब यह सभी कार्ड कैंसिल कर दिए जाएंगे।

इंकम टैक्स देने वालों के भी

सपा सरकार में बनाए गए राशन कार्ड में की गई लापरवाही अब सामने आ रही है। टेबल पर बैठ कर किए गए सर्वे में तमाम ऐसे लोगों को राशन कार्ड इश्यू कर दिए गए, जो राशन कार्ड के पात्र नहीं थे। यहां तक कि जो लोग अच्छा खासा इनकम टैक्स देते हैं। उनका भी नाम राशन कार्ड की लिस्ट में शामिल कर लिया। जबकि तमाम ऐसे लोग जो गरीब थे, उनके फार्म तो जमा किए गए लेकिन राशन कार्ड नहीं बना। दैनिक जागरण- आई नेक्स्ट इस संबंध में पूर्व में प्रकाशित भी कर चुका है।

30 मई तक चलेगा घर-घर सर्वे

अब योगी सरकार में आदेश आया है कि नए सिरे से सर्वे करके पात्रों के राशन कार्ड बनाए जाएं। कमिश्नर-डीएम भी खाद्य विभाग को आदेश कर चुके हैं कि सर्वे घर-घर जाकर होना चाहिए। जो लोग अपात्र हों उनके राशन कार्ड अगर बने हैं तो तत्काल कैंसिल कर दिए जाए। अब सर्वे शुरू हो चुका है जो 30 मई तक चलेगा। सूत्रों ने बताया कि नए सर्वे में तमाम कार्ड ऐसे मिले हैं, जो पात्र नहीं है। कई ऐसे नाम के भी राशन कार्ड जो लिखे गए पते पर रहते ही नहीं।

कोटेदारों का 'खेल' खुल रहा

राशन कार्ड बनाने में कोटेदारों ने जो 'खेल' किया था, वह अब खुल रहा है। खाद्य विभाग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि फर्जी पतों पर बने राशन कार्ड पर हर महीने राशन की उठान दिखा कर बड़ी हेराफेरी चल रही थी। यही नहीं कई छद्म नामों से भी राशन कार्ड बना दिए गए। सर्वे के दौरान उक्त पतों पर रहने वालों का कहना है कि उन्होंने राशन कार्ड के लिए फार्म ही नहीं भरा था। उनका राशन कार्ड कैसे बन गया वह नहीं जानते। कुल मिला कर कोटेदारों ने फार्म भरवा दिए और उक्त राशन कार्डो के नाम पर गरीबों का राशन डकार जाते थे।

ये नहीं है राशन कार्ड के पात्र

्रामीण क्षेत्र: ऐसे परिवार जिनके पास फोर व्हीलर, ट्रैक्टर या हार्वेस्टर, एअरकंडीशनर, जेनरेटर है, परिवार के किसी सदस्य के पास पांच एकड़ सिंचित भूमि है या परिवार की आय दो लाख रुपए वार्षिक है। ऐसे परिवार राशन कार्ड के पा˜ा नहीं है।

शहरी क्षेत्र: ऐसे परिवार जिनके पास फोर व्हीलर या जेनरेटर, 100 वर्ग मीटर से अधिक का मकान, वार्षिक आय तीन लाख रुपए से अधिक की है। ऐसे परिवार इस योजना के पात्र नहीं हैं।

(वर्जन वर्जन)

अगर किसी अपात्र ने राशन कार्ड बनवा रखा है, वह इस वक्त सरेंडर कर सकता है। अगर सर्वे के दौरान पकड़ में आया तो एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। साथ ही सत्यापन करने वाले कोटेदार के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।

नीरज कनौजिया, डीएसओ कानपुर

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कॉलिंग

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