- एससी-एसटी स्टूडेंट्स को जीरो फीस पर मिला है एडमिशन

- यूनिवर्सिटी एग्जाम फॉर्म जमा करने के लिए मांग रही फीस

- कॉलेजों ने फीस जमा करने से किया इंकार, छात्र परेशान

LUCKNOW :

डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी में इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट के एक लाख से अधिक स्टूडेंट्स के समाने एग्जाम न दे पाने का संकट खड़ा हो गया है। इन सभी स्टूडेंट्स की फीस को लेकर बवाल शुरू हो गया है, ऐसे में इन स्टूडेंट्स को दिसंबर में होने वाले सेमेस्टर एग्जाम में शामिल न होने का खतरा दिख रहा है। ये सभी स्टूडेंट्स एससी-एसटी कैटेगरी के हैं। इनके एडमिशन जीरो फीस पर हुए हैं। इनकी फीस की प्रतिपूर्ति शासन को करनी है। जिसका भुगतान अभी तक नहीं हो सका है। उधर एकेटीयू ने एग्जाम फार्म भरने के साथ ही इनसे एग्जाम फीस जमा कराने का आर्डर जारी कर दिया है।

कॉलेजों ने खड़े किए हाथ

एकेटीयू के इस आदेश के बाद कॉलेजों ने भी अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। उनका कहना है कि शासन के निर्देश पर इन स्टूडेंट्स से किसी तरह की फीस नहीं ली जाती है। ऐसे में फीस न होने की स्थिति में वह यूनिवर्सिटी को भुगतान करने में असमर्थ हैं। इसको लेकर निजी कॉलेज एसोसिएशन कोर्ट की शरण में जा रहा है।

कॉलेज भरें फीस

एकेटीयू के सेमेस्टर एग्जाम दिसंबर में प्रस्तावित हैं, इनके लिए एग्जाम फार्म भरने का काम चल रहा है। यूनिवर्सिटी की ओर से की गई व्यवस्था के तहत स्टूडेंट्स को ऑनलाइन एग्जाम फॉर्म भरना है। इसके साथ ही एग्जाम फीस भी जमा करनी है। यूजी में यह फीस करीब 6500 रुपये है।

प्रतिपूर्ति की प्रक्रिया

कॉलेजों की मानें तो पिछले सेशन में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स की फीस की प्रतिपूर्ति शासन से अभी तक नहीं की गई है। वर्तमान सेशन में एडमिशन लेने वाले एससी-एसटी स्टूडेंट्स की प्रतिपूर्ति प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में बिना भुगतान के वह फीस जमा करने में समर्थ नहीं हैं। गौरतलब है कि पिछले वर्ष कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद इन स्टूडेंट्स की प्रतिपूर्ति के बाद ही एग्जाम फीस जमा करने के निर्देश दिए गए थे।

इन स्टूडेंट्स को एडमिशन जीरो फीस पर दिया जाता है। कॉलेजों की ओर से कोई फीस नहीं ली जाती है। ऐसे में कॉलेजों के पास इनकी फीस नहीं है। वह कहां से फीस जमा करेंगे।

- अभिषेक यादव, महासचिव, यूपी प्राइवेट कॉलेज एसोसिएशन

हमारी यूनिवर्सिटी सेल्फ फाइनेंस यूनिवर्सिटी है। फीस मिलने के बाद ही हम एग्जाम कराते हैं। इसलिए सभी स्टूडेंट्स से फीस जमा कराई जा रही है।

-प्रो। विनय कुमार पाठक, वीसी एकेटीयू

फार्म भरने का एक चांस और

एग्जाम फार्म न भरने वाले स्टूडेंट्स को एक चांस और दिया गया है। वे 14 से 17 अक्टूबर तक फार्म भर सकते हैं। परीक्षा नियंत्रक डॉ। राजीव कुमार पांडेय ने इस संबंध में निर्देश जारी कर साफ किया है कि जो स्टूडेंट इस दौरान एग्जाम फार्म नहीं भर सकेंगे, तो ऐसे स्टूडेंट्स के संस्थान के प्रतिनिधि 23 और 24 अक्टूबर को यूनिवर्सिटी आकर इसकी जानकारी देंगे।