- चार चरण की काउंसिलिंग के बाद करीब 92 हजार सीटें ही भरेंगी

- तीन चरण की काउंसिलिंग के बाद 63 हजार सीटें ही एलॉट

- पुल काउंसिलिंग से सीटें भरने के भरोसे यूनिवर्सिटी

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LUCKNOW:

प्रदेशभर के कॉलेज में एडमिशन के लिए जारी बीएड काउंसिलिंग में निजी कॉलेज को बड़ा झटका लगा है। काउंसिलिंग के आखिरी दौर के बावजूद यूनिवर्सिटी में बीएड की एक लाख हजार से ज्यादा सीटें खाली चल रही हैं। केवल एडेड और राजकीय कॉलेज को छोड़ किसी भी निजी कॉलेज में सीट नहीं भर सकी है। आखिरी राउंड के आवंटन के बाद कॉलेज में रिक्त सीटों पर केवल पूल काउंसिलिंग से छात्रों को एडमिशन का मौका मिलेगा। इसके बाद कॉलेज के पास सीट भरने के लिए केवल सीधे एडमिशन का ही विकल्प रहेगा। मौजूदा समय में प्रदेश की यूनिवर्सिटी में एक लाख 99 हजार सीटें हैं। तीन चरण की काउंसिलिंग के बाद 63 हजार सीटें एलॉट हुई हैं।

चौथे चरण में 24 हजार को सीटें एलॉट होने की संभावना

बीएड में एडमिशन के लिए इस वक्त काउंसिलिंग चल रही है। चार चरणों में काउंसिलिंग से इन कॉलेज में सीट भरी जानी थी, लेकिन तीन चरणों में पूरी हो चुकी काउंसिलिंग में कॉलेजों का बुरा हाल है। लखनऊ यूनिवर्सिटी तीन चरण पूरा करते हुए इनका रिजल्ट जारी कर चुकी है। तीन चरण की काउंसिलिंग में 63 हजार सीटें ही एलॉट हो पाई है। शुक्रवार शाम को चौथे चरण की एलॉटमेंट प्रक्रिया पूरी होगी। एलयू प्रशासन को उम्मीद है कि 24 हजार सीटें इस चरण में एलॉट होगी। ऐसे में चार चरणों की काउंसिलिंग के बाद करीब 90 हजार सीटें भरने की उम्मीद है। यूनिवर्सिटी की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार राजकीय एवं एडेड कॉलेजों में सरकारी स्कीम में जारी बीएड की सीटें ही भर सकी हैं।

पूल काउंसिलिंग से भी उम्मीदें कम

चार चरणों की काउंसिलिंग के बाद खाली सीटों को भरने के लिए 28 जून से पूल काउंसिलिंग शुरु होगी। जो चार जुलाई तक चलेगी। लखनऊ यूनिवर्सिटी ने पूल काउंसिलिंग की प्रक्रिया तय कर दी है। ऐसे में एक लाख से अधिक सीटें पूल काउंसिलिंग से भरना यूनिवर्सिटी के लिए काफी चुनौती भरा काम होगा।