- ट्रामा टू में 200 और शताब्दी फेज टू में बढ़ेंगे 600 बेड

LUCKNOW: किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) आने वाले समय में एशिया का सबसे बड़ा मेडिकल इंस्टिट्यूशन बनने जा रहा है। इसी के तहत शताब्दी हॉस्पिटल के फेज टू और ट्रामा टू में केजीएमयू ने करीब एक हजार बेड बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है। शताब्दी टू में करीब छह सौ बेड बढ़ाए जाएंगे। केजीएमयू के वीसी प्रो। रविकांत ने यह जानकारी देते हुए बताया कि कई अन्य खास सुविधाएं जल्द ही केजीएमयू में मिलेंगी।

पहला स्पो‌र्ट्स इंजरी हॉस्पिटल

ट्रामा टू में जल्द ही दो सौ बेड बढ़ाए जाएंगे। जिसमें 30 बेड स्पो‌र्ट्स इंजरी के लिए होंगे। ये जिम्मेदारी प्रो। आशीष कुमार व डॉ। शांतनु को सौंपी गई है। यहीं इसकी ओपीडी का भी संचालन होगा। 30 बेड पीडियाट्रिक आर्थोपेडिक के लिए आरक्षित किए जाएंगे। जिसकी जिम्मेदारी प्रो। अजय सिंह पर होगी। 50 से 80 बेड न्यूरो सर्जरी के लिए होंगे शेष बेड जनरल सर्जरी और वैस्कुलर सर्जरी विभाग द्वारा संचालित होंगे। वीसी ने बताया कि जो भी कोर्स संचालित होंगे उनकी एमसीआई से स्वीकृति प्राप्त करने की प्रक्रिया शुरू जाएगी। ट्रामा वन में जल्द ही इमरजेंसी मेडिसिन विभाग की शुरुआत होगी, जिसमें 30 बेड जोड़े जाएंगे।

ट्रामा वन से ट्रामा टू भेजे जाएंगे मरीज

वीसी ने बताया कि सामान्य मरीजों को ट्रामा टू शिफ्ट किया जाएगा। जो रोगी अत्यधिक गंभीर होंगे और सीनियर डॉक्टर्स का ऑब्जर्वेशन जरूरी होगा, उन्हें ट्रामा वन में ही रखा जाएगा। प्रो। रविकांत ने बताया कि अभी स्वयंसेवी संस्था के माध्यम से दवा की दुकानें व उपकरण आदि का लगवाने की प्रक्रिया है, लेकिन जल्द ह्यूमन रिसोर्स प्लानिंग (एचआरपी) की शुरुआत होगी। उन्होंने बताया कि उन्हें उपकरणों के लिए महज 32 करोड़ रुपए मिले, जिसमें एमआरआई जैसी मशीनें नहीं लग पाईं। इन्हें पीपीपी मॉडल से लगवाया गया। पूर्व में आमदनी का 15 फीसद ही केजीएमयू को मिलता था, लेकिन अब नये अनुबंध में 50 फीसदी केजीएमयू को मिलेगा।

डॉ। प्रीति की डिग्री पर दी सफाई

वीसी प्रो। रविकांत ने बताया कि गवर्नर के निर्णय पर वह कोई प्रश्न चिन्ह नहीं उठाते, लेकिन जो डिग्रियां उनके पास हैं, उनसे वह एम्स तक में नियुक्त हो सकती हैं। प्राइवेट कॉलेज में आसानी से वह नौकरी पा सकती है, लेकिन केजीएमयू में नहीं। उन्होंने कहा कि हमारे यहां जितनी भी नियुक्तियां हुईं, उनमें एमसीआई के मानकों का पूरा ध्यान रखा गया है।