RANCHI: ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस(एम्स) दिल्ली की तर्ज पर रांची स्थित रिम्स में भी एक साल तक के बच्चे का टेस्ट से लेकर इलाज फ्री होगा। अगले महीने होने वाली गवर्निग बॉडी की मीटिंग को लेकर पेडियाट्रिक सर्जरी के सीनियर डॉक्टर्स प्रस्ताव तैयार कर रहे हैं। अगर इस प्रस्ताव पर जीबी की मुहर लग जाती है, तो रिम्स में जन्म से एक साल तक के बच्चों का इलाज कराने वालों को राहत होगी। परिजनों को कोई खर्च नहीं करना पड़ेगा।

गरीब मरीजों को होगी राहत

पेडिया सर्जरी के सीनियर डॉक्टर ने बताया कि उन्होंने एक साल तक के बच्चों का फ्री इलाज करने का प्रस्ताव रखा था। जिसे जीबी में भेजने के लिए कहा गया है। अब हम उसी के अनुसार प्रस्ताव तैयार कर रहे हैं, जिसे गवर्निग बॉडी की मीटिंग में रखा जाएगा। चूंकि रिम्स में इलाज कराने वाले मरीज या तो मिडिल क्लास से होते है या फिर उनके पास इलाज के लिए भी पैसे नहीं होते। ऐसे में यह प्रस्ताव लोगों को राहत देने वाला होगा।

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प्रेस्क्रिप्शन में लिखी उम्र के आधार पर ही होगा इलाज

पेडिया सर्जरी के मुकेश रंजन ने बताया कि प्रेस्क्रिप्शन में बच्चे की उम्र लिखी जाती है। उसी के आधार पर मरीजों का टेस्ट और इलाज फ्री हो जाना चाहिए। इसके लिए किसी से फारवर्ड कराने की व्यवस्था को खत्म कर दिया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने बताया कि जननी सुरक्षा सेवा योजना(जेएसएसवाई) के तहत बच्चों का इलाज तो मुफ्त में हो रहा है। वहीं यह व्यवस्था लागू होने से गरीब मरीजों को गंभीर बीमारियों का इलाज कराने में परेशानी नहीं होगी।