Lucknow: बहन ने लव मैरिज कर ली। बाद में फैमिली मेंबर्स के विरोध पर एक ही साल बाद तलाक ले लिया। इश्क फिर भी हिलोरे मारता रहा और उन्होंने मिलने जुलने का सिलसिला जारी रखा। सोमवार रात भी युवक अपनी वाइफ से मिलने आया। इसी बात से नाराज युवती के भाई ने बहनोई को बांके से कई वार कर दिये.
गंभीर रूप से घायल युवक भागकर कोतवाली पहुंचा और वहां मौजूद पुलिसकर्मियों के सामने बयान देने के बाद बेहोश हो गया। पुलिस ने उसे इलाज के लिए हॉस्पिटल पहुंचाया जहां डॉक्टर्स ने उसे ब्रॉट डेड डिक्लेयर कर दिया.
राजाजीपुरम के बी ब्लॉक निवासी गुलाब चन्द्र का बेटा मोबाइल मैकेनिक सुधीर चन्द्र कश्यप (32) त्रिवेणी नगर स्थित मौसी तारा कश्यप के घर में रहता था। दो साल पहले सुदीप का उसकी बहन मंजू के घर के करीब रहने वाली मधु (बदला नाम) से इश्क हो गया। जिसके बाद दोनों ने फैमिली मेंबर्स की मर्जी के खिलाफ आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली। शादी के बाद सुधीर के फैमिली मेंबर्स तो राजी हो गये लेकिन मधु के फैमिली मेंबर्स ने करीब एक साल की मशक्कत के बाद उनके बीच तलाक करा दिया.
तलाक के बाद भी जारी रहा मिलना-जुलना
फैमिली के दबाव से अलग हुए सुदीप और मधु के बीच इतना कुछ हो जाने पर भी उनके दिलों में एक-दूसरे के लिये इश्क हिलोरें मारता रहा। वे लोग फैमिली मेंबर्स से छिप-छिपकर मिलते और अपने सुख-दुख साझा करते। इसकी भनक मधु के भाई  कन्धई को लग गई और वह इसका विरोध करने लगा पर दोनों ने मिलना नहीं छोड़ा.
सोमवार रात सुधीर सदर के जैनी साहब का अहाता सदर निवासी बहन मंजू व बहनोई दिलीप से मिलने आया। देर रात सुदीप मौसेरे भाई सोनू के साथ त्रिवेणीनगर लौट रहा था। इसी दौरान रात करीब 11 बजे मधु ने सुधीर को कॉल करके उसे मिलने के लिये बुलाया। सुधीर ने सोनू को घर छोड़ा और फिर से कैण्ट एरिया में पहुंच गया।
सोते समय हुआ हमला
मधु से मिलने के बाद सुदीप बहन मंजू के घर पहुंचा और घर के बाहर सो रहे मामा भानू के बगल में सो गया। इसी दौरान कन्धई को सुदीप के आने की भनक मिली और रात करीब 12.30 बजे वह बांका लेकर वहां पहुंच गया और सुदीप के गर्दन पर ताबड़तोड़ कई वार कर दिये। जिससे उसकी गर्दन से खून का फव्वारा फूट पड़ा और वह जान बचाने के लिये घर के भीतर भागा। शोर सुनकर उसकी बहन मंजू, संजू व भांजा रचित भागकर घर के बाहर पहुंचे जहां खड़े कन्धई ने उन पर भी हमला बोल दिया। हालांकि वह उसके हमले से बाल-बाल बच गये।
घायल होने के बावजूद पहुंचा कोतवाली
बुरी तरह घायल सुदीप भागकर कैण्ट कोतवाली पहुंचा और वहां मौजूद पुलिसकर्मियों को पूरी आपबीती सुनाते ही बेहोश होकर वहीं गिर पड़ा। उसकी हालत देख पुलिसकर्मियों के भी होश उड़ गये। वे उसे जीप में डालकर आनन-फानन में सिविल हॉस्पिटल पहुंचे जहां डॉक्टर्स ने उसे ब्रॉट डेड डिक्लेयर कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने सुदीप के भाई दिलीप की तहरीर पर हत्या की एफआईआर दर्ज कर लोको चौकी के पास से आरोपी कन्धई को अरेस्ट कर लिया.
डीएम से पहले ही की थी शिकायत
मृतक सुदीप के पिता गुलाब चन्द्र ने बताया कि शादी के फौरन बाद ही कन्धई ने उसकी बेटी मंजू के घर पर बांका लेकर हमला किया था और उसके पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी थी। जिसकी शिकायत उन्होंने 13 जुलाई 2010 को जिलाधिकारी को पत्र लिखकर की थी। पर, उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।